Defence Expo 2020: नापाक साजिश को नाकाम करेंगे होमलैंड सिक्योरिटी सिस्टम
डिफेंस एक्सपो 2020 ड्रोन को भी जैमर से निष्क्रिय कर सकती है यह नई टेक्नोलॉजी कई संवेदनशील क्षेत्रों में घुसपैठ रोकने का हो रही है तैनाती।
लखनऊ [निशांत यादव]। जम्मू कश्मीर के उरी और सुजवां आर्मी बेस कैंप पर हुए आतंकी हमले जैसी नापाक साजिश अब होमलैंड सिक्योरिटी सिस्टम नाकाम करेगा। यह ऐसी तकनीकि है, जिसमें जमीन से लेकर आसमान तक दुश्मन की गतिविधि को नाकाम किया जा सकेगा। वाइब्रेशन सेंसर लगी फेंसिंग जहां आतंकियों की घुसपैठ रोकेगी। वहीं बेस कैंप की तस्वीरें लेने व हमला करने के लिए भेजे गए ड्रोन को भी जैमर से निष्क्रिय कर दिया जाएगा। एक भारतीय कंपनी के बनाए होमलैंड सिक्योरिटी सिस्टम को कई संवेदनशील स्थानों व आर्मी बेस में तैनात भी किया गया है।
होमलैंड सिक्योरिटी सिस्टम 20 से 100 किलोमीटर तक फैले महत्वपूर्ण बेस को पूरी तरह सुरक्षा कवच प्रदान करता है। इसमें लगी स्मार्ट फेंसिंग में आंतरिक वाइब्रेशन सेंसर होते हैं। इसके 10 मीटर का एरिया अलर्ट जोन रहता है। अलर्ट जोन में भूमिगत वीडियो सर्विलांस सिस्टम लगाया गया है। फेंसिंग पर पहुंचने से पहले इसी भूमिगत सर्विलांस सिस्टम से गुजरते समय आतंकी की सीधी तस्वीर कंट्रोल रूम के वीडियो वॉल को भेज दी जाती है। वहीं सेंसर से डेढ़ किलोमीटर तक किसी भी संदिग्ध गतिविधि को भांपा जा सकता है। फेंसिंग क्षेत्र के बाहर लगे सीसी कैमरे व थर्मल कैमरों से साथ दीवार का रडार भी सक्रिय रहता है। यह रडार 50 सेमी. मोटी ईंट की दीवार की दूसरी तरफ 30 मीटर तक आतंकियों का पता लगा सकता है। होमलैंड सिक्योरिटी सिस्टम से आसपास दो से तीन किलोमीटर तक दिन रात पेट्रोलिंग के लिए ड्रोन भी तैनात किए गए हैं। यह ड्रोन पेट्रोलिंग के समय लाइव वीडियो भेजता है। जबकि यदि किसी दुश्मन ने ड्रोन से हमला करने या फिर एयर बेस की तस्वीरें लेने की कोशिश की, तो यूूएवी डिटेक्टिंग व जैमिंग सिस्टम सक्रिय हो जाता है। यह सिस्टम छह किलोमीटर दूर तक मौजूद दुश्मन के ड्रोन का पता लगाकर उसके जीपीएस और कैमरे सहित सभी सिस्टम को जाम कर सकता है।
दुश्मन को ढेर ही नहीं, रिकॉर्डिंग भी करेगी राइफल
- सर्जिकल स्ट्राइक के आलोचकों को जवाब देगी डार्वी डिवाइस
- दुश्मन को ढेर करने के साथ रिकार्डिंग की भी सुविधा
- खूबियां
- अंधेरे में 600 मीटर दूर तक टारगेट स्पष्ट देखने की क्षमता
- थर्मल तकनीक के कारण लेजर बीम से टारगेट पर निशाना
- फायरिंग के साथ दिन-रात रिकार्डिंग करने की क्षमता
- पहली डिवाइस जो आठ कलर में रिकार्डिंग करने में सक्षम
- केवल 575 ग्राम वेट के कारण आसानी से फिट