Deepotsav In Ayodhya: उमंग के दीये में उत्साह की बाती से रोशन हुई रामनगरी, प्रवाहित होता रहा जोश व जज्बा
Deepotsav In Ayodhya दीपोत्सव के प्रकाश पुंज से आलोकित होने में रामनगरी को यूं तो सूर्यदेव के अस्ताचल में जाने का इंतजार था लेकिन सूर्य की पहली किरण के साथ दीपोत्सव को लेकर हर्ष का जो घट छलका वह भोर से ही दीपोत्सव की आभा का एहसास कराता रहा।
अयोध्या [प्रवीण तिवारी]। दीपोत्सव के प्रकाश पुंज से आलोकित होने में रामनगरी को यूं तो सूर्यदेव के अस्ताचल में जाने का इंतजार था, लेकिन सरयू तट पर सूर्य की पहली किरण के साथ दीपोत्सव को लेकर हर्ष का जो घट छलका, वह भोर से ही दीपोत्सव की आभा का एहसास कराता रहा। चौथे दीपोत्सव के मौके पर वैश्विक ख्याति पाने के लिए उमंग के दीये में उत्साह की बाती लिए स्वयंसेवक रामकी पैड़ी पर उल्लसित नजर आए।
राम की पैड़ी के प्लेटफार्म पर सहयोगी ज्ञानप्रकाश चौधरी को बाती देने के लिए हाथ बढ़ाने वाले आशुतोष मिश्र कहते हैं कि एक और रिकार्ड बनाने के लिए हम सब तैयार हैं। वे बताते हैं कि सभी स्वयंसेवक अपने अपने कार्यों में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि लक्ष्य बड़ा है पर हम सब कामयाब होंगे। रह रह कर जय श्रीराम के नारों व भजन श्रृंखला की प्रस्तुतियां रोमांचित करती रहीं। कोई स्वयंसेवक दीया में तेल डाल रहा था तो कोई कपूर लगी बाती का इंतजार कर रहा है। जैसे ही कपूर से मिश्रित बाती स्वयंसेवकों के हाथ आती वह फौरन दीयों में रखना शुरू कर देते। कुछ घाटों पर तो छात्राओं का जोश देखते बन रहा था।
एक दूसरे को सहारा देती छात्राएं प्रज्वलन के लिए दीयों को तैयार करती रहीं। तकरीबन सभी घाटों का नजारा एक जैसा था। रंगोली से सजा राम मंदिर का मॉडल, राम दरबार बरबस ही ध्यान आकृष्ट कर रहा था। दोपहर के दो बजने को होंगे। स्वयंसेवक तेजी से घाटों पर दीयों में तेल डालने लगे, पल भर में ही यह सिलसिला रफ्तार पकड़ चुका था।
इस कार्य में लगी आराधना का जोश देखते ही बन रहा था, वे सामने के प्लेटफार्म पर रखे दीयों में तेजी से सरसों का तेल डाल रही थीं। सवाल पर बोल पडीं हम कामयाब होंगे और विश्व रिकार्ड बनाएंगे। बीच बीच गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड की टीम दीपोत्सव के नोडल अफसर प्रो. शैलेंद्र वर्मा से समन्वय करती रही। शाम ढलते ही स्वयंसेवक दीयों को जलाने लगे, कुछ देर में साढ़े छह लाख दीयों की रोशनी से सरयू तट जगमगा उठा।