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Deepotsav 2020 in Ayodhya : अयोध्या के दीपोत्सव में सरयू तट पर बिखरेगी संस्कृतियों की सतरंगी छटा

Deepotsav 2020 in Ayodhya रघुनंदन भगवान श्रीराम के स्वागत के लिए दीपोत्सव में अयोध्या में इस बार संस्कृतियों की सतरंगी छटा बिखरेगी। इस बार एक दो नहीं गुजरात से लेकर बुंदेलखण्ड तक सात अनूठी संस्कृतियों के दर्शन सरयू तट पर एक साथ होंगे।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 12 Nov 2020 03:02 PM (IST)Updated: Thu, 12 Nov 2020 03:02 PM (IST)
Deepotsav 2020 in Ayodhya : अयोध्या के दीपोत्सव में सरयू तट पर बिखरेगी संस्कृतियों की सतरंगी छटा
चित्रकूट में भगवान राम की तपस्या से लेकर पुत्रों लव कुश की कथाएं भी बुंदेलखंड की संस्कृति में समाहित हैं।

लखनऊ, जेएनएन। भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में करीब पांच सौ वर्ष बाद की दीपावाली बेहद यादगार रहेगी। इसको और भी यादगार मनाने का काम योगी आदित्यनाथ सरकार कर रही है।

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अयोध्या में शुक्रवार को भव्य दीपोत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया गया है, जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ श्रीराम जन्मभूमि प्रांगण में दीप जलाएंगे। इसी स्थान पर बने वैकल्पिक मंदिर में श्रीराम लला विराजनमान हैं। उनको भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने यहां विराजमान कराया था। पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों पांच अगस्त को अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन कार्यक्रम के बाद यहां की रंगत निखरती जा रही है। चतुर्थ दीपोत्सव कार्यक्रम में सरयू नदी के 24 तटों पर छह लाख दीपों को प्रज्जवलित किया जाएगा।

रघुनंदन भगवान श्रीराम के स्वागत के लिए दीपोत्सव में अयोध्या में इस बार संस्कृतियों की सतरंगी छटा बिखरेगी। इस बार एक दो नहीं, गुजरात से लेकर बुंदेलखण्ड तक सात अनूठी संस्कृतियों के दर्शन सरयू तट पर एक साथ होंगे। योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस बार का दीपोत्सव बेहद खास बनाने के लिए गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, ब्रज और बुंदेलखंड के लोक कलाकारों के साथ ही स्थानीय कलाकारों को भी अयोध्या बुलाया है।

भगवान राम के पुष्पक विमान के अयोध्या की धरती पर उतरने के साथ ही देश के अलग अलग प्रदेशों से आए विभिन्न संस्कृतियों के कलाकार अपने अनूठे अंदाज में स्वागत की शुरुआत करेंगे।

लाखों की संख्या में झिलमिलाएंगे दीप

सरयू तट पर लाखों की संख्या में झिलमिलाते दीपों के बीच संस्कृतियों और लोक कलाओं की सतरंगी छटा सोलह श्रृंगार कर सजी अयोध्या को अदभुत और अलौकिक बनाएगी । दुनिया भर में आकर्षण और कौतूहल का केंद्र बनी अयोध्या में दीपोत्सव के माध्यम से योगी आदित्यनाथ सरकार समूचे विश्व को भारत के सांस्कृतिक वैभव का संदेश भी देने जा रही है।

बुंदेलखंड के कलाकारों को बड़ा मंच

दीपोत्सव के माध्यम से इस बार योगी आदित्यनाथ सरकार खास तौर से बुंदेलखंड के लोक कलाकारों को विश्वस्तरीय मंच देगी। संस्कृति विभाग ने बुंदेलखंड की दीवारी टोली को विशेष तौर पर दीपोत्सव में शामिल किया है। दोहा, छंद, चौपाई की तान, ढोल की थाप और थाली की छन, छन की धुन पर मस्त बुंदेली जवानों की नृत्य करती टोली दीपोत्सव को अपने अनूठे अंदाज में खास बनाएगी। बांदा के बड़ोखर खुर्द के रमेश पाल की बुंदेली दीवारी टोली को अयोध्या के दीपोत्सव पर प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया गया है। देश और विदेश में अपनी कला का जलवा विखेर चुके दीवारी के इन कलाकारों को योगी आदित्यनाथ सरकार अब तक का सबसे बड़ा मंच देने जा रही है । दीवारी टोली के 15 सदस्य अयोध्या पहुंच कर तैयारियों में जुटे हैं।

शुक्रवार को सरयू तट पर रामकथा पार्क में देश भर के अन्य कलाकारों के साथ ही बुंदेलखंड के कलाकारों की टोली भी अपने हुनर का प्रदर्शन करेगी। सरयू तट पर बुंदेलखंड के कलाकारों को सबसे बड़ा मंच देने के पीछे योगी आदित्यनाथ सरकार की मंशा बुंदेलखंड के सांस्कृतिक और आॢथक विकास को गति देने की है। भगवान राम के साथ बुंदेलखण्ड का रिश्ता बहुत खास है। चित्रकूट में भगवान राम की तपस्या से लेकर उनके पुत्रों लव कुश की कथाएं भी बुंदेलखंड की संस्कृति में समाहित हैं। झांसी के पास मध्य प्रदेश के ओरछा में शासक के तौर राम राजा मंदिर से अयोध्या का रिश्ता अभिन्न है। 


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