Move to Jagran APP

दशहरी आम के निर्यात की तैयारियां तेज, हाथ आए विदेशी आर्डर

कार्बाइड जैसे घातक रसायनों से नहीं अब रैपनिंग चैंबर में पकता है आम बाजार के लिए तैयार है आम।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 18 May 2020 10:00 PM (IST)Updated: Mon, 18 May 2020 11:28 PM (IST)
दशहरी आम के निर्यात की तैयारियां तेज, हाथ आए विदेशी आर्डर
दशहरी आम के निर्यात की तैयारियां तेज, हाथ आए विदेशी आर्डर

लखनऊ, जेएनएन। एक दौर था जब आम, केला समेत तमाम फलों को बाजार में उतारने से पहले उन्हें कार्बाइड जैसे घातक रसायनों से पकाकर तैयार किया जाता था। सेब जैसे सेहत बनाने वाले फलों की चमक बरकरार रखने के लिए मोम तक का इस्तेमाल किया जाता था। पर अब ऐसा नहीं है। रैपनिंग चैंबर हैं जो न केवल उनकी चमक बल्कि शुद्धता भी बरकरार रखते हैं। अब फलों के राजा दशहरी की बारी है। लॉकडाउन और आंधी पानी से हुई तबाही के बाद भी आम के निर्यात की जोरदार तैयारी है। मैंगों पैक हाउस दुरुस्त कर लिया गया है।

loksabha election banner

रैपनिंग चैंबर से तैयार होगा आम

आम का कारोबार करने वाले व्यापारियों ने अब शहर की सीतापुर नवीन मंडी, आलमबाग समेत कई स्थानों पर आम की गुणवत्ता और तापक्रम बनाए रखने वाले रैपनिंग चैंबर लगवा रखे हैं। शहर में करीब पचास रैपनिंग चैंबर लगे हैं। अकेले सीतापुर नवीन मंडी में दस जगह पर आम कारोबारियों ने इसे लगवा रखा है।

मात्र छह घंटे में बैक्टीरिया मुक्त किया जाता है आम

मैंगों पैक हाउस में लगी वीएचटी मशीन से मात्र छह घंटे में आम को उच्च तापक्रम पर रखकर न केवल उसे पकाया जाता है बल्कि बैक्टीरियामुक्त कर पूरी तरह से सुरक्षित भी किया जाता है। उच्च स्तरीय मशीनों की जांच के बाद ही उसे निर्यात किया जाता है।

मिल चुका है साढे़ नौ सौ टन का आर्डर

मैंगो एक्सपाेर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं निर्यातक नदीम सिद्दीकी के मुताबिक करीब साढ़े नौ सौ टन का आर्डर आ चुका है। मस्कट, दुबई, ओमान आदि जगहों का है। दो अन्य निर्यातकों के पास भी सउदी अरब करीब ढाई सौ टन का आर्डर आ चुका है। इसके अतिरिक्त 120 टन चौसा और लंगड़ा आम की भी मांग खाड़ी देशों से है।

एक माह में होती है करीब दो लाख क्विवंटल आम की आवक

दशहरी की शुरुआत जून के दूसरे हफ्ते यानी 15 जून से 15 जुलाई के बीच होती है। मंडी सचिव संजय सिंह के मुताबिक इस दौरान रोज दोनों थोक मंडियों से 6000 से 7000 क्विवंटल आम की आवक रहती है। वहीं मलिहाबाद फल पट्टी और अन्य क्षेत्राें से भी लोग सीधा आम पेटियों में उठाते हैं। मंडी सचिव की मानें तो एक माह में करीब दो लाख क्विवंटल आम की आवक होती है। दो माह तक मंडी में सिर्फ दशहरी, चौसा और लंगड़ा ही नजर आता है।

प्रमुख सचिव और निदेशक ने किया मैंगों पैक हाउस का निरीक्षण

आम के एक्सपोर्ट को लेकर चल रही तैयारियों का सोमवार को प्रमुख सचिव कृषि विपणन देवेश चतुर्वेदी, निदेशक मंडी जेपी सिंह, सचिव संजय सिंह के साथ मैंगो पैक हाउस का निरीक्षण किया। बन रही नई मंडी का भी काम तेज करने के निर्देश प्रमुख सचिव ने दिए। उन्होंने सभी मशीनों की साफ-सफाई का हाल देखा। कहा कि निर्यात में किसी भी प्रकार की बाधा न खड़ी होने पाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.