दारुल उलूम ने कहा बिना अनुमति फतवे का प्रकाशन होगा गैरकानूनी
दारुल उलूम के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि दारुल उलूम की ऑनलाइन फतवा साइट पर उर्दू और अंग्रेजी में लाखों फतवे अपलोड हैं।
सहारनपुर (जेएनएन)। मीडिया द्वारा दारुल उलूम की वेबसाइट से फतवों को उठाकर उन्हें प्रकाशित किए जाने से दारुल उलूम बेहद खफा है। दारुल उलूम के मोहतमिम ने दो टूक कहा कि कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध अब कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी।
दारुल उलूम देवबंद के ऑनलाइन फतवा विभाग के फतवे इन दिनों मीडिया में सुर्खियां बने हैं। इसके चलते दारुल उलूम ने सख्त कदम उठाते हुए संस्था की इंटरनेट वेबसाइट के दारुल इफ्ता विभाग पर सख्त नियम डाल दिए हैं। इसके तहत वेबसाइट का डाटा या फतवा संस्था की लिखित अनुमति के बिना न तो प्रकाशित किया जा सकता, न ही इन्हें बांटा जा सकता है।
दारुल उलूम के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि दारुल उलूम की ऑनलाइन फतवा साइट पर उर्दू और अंग्रेजी में लाखों फतवे अपलोड हैं। फतवा सिर्फ उन्हीं के लिए होता है जो इसे अपनी जरूरत के तौर पर शरई मसले की जानकारी के लिए ले रहा है। इन्हें वेबसाइट से उठाकर इनका प्रकाशन करना गलत और गैरकानूनी है। बिना अनुमति के प्रकाशित होने वाले फतवे मीडिया द्वारा गलत तरीके से पेश किए जाने से संस्था की बदनामी होती है।