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यूपी में मोहब्बत के दुश्मन हर दिन ले रहे एक जान

मोहब्बत की दुश्मन है सारी खुदाई। बात तो जमाने से कही जा रही है लेकिन प्रदेश के हालात पर सटीक साबित हो रही है। दरअसल, मोहब्बत के दुश्मन यहां पर रोज एक जान ले रहे हैं। यहां पर आक्रोशित लोग अपनों का ही खून बहाने से परहेज नहीं कर रहे

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 22 Sep 2015 11:26 AM (IST)Updated: Tue, 22 Sep 2015 11:36 AM (IST)

लखनऊ(आनन्द राय)। मोहब्बत की दुश्मन है सारी खुदाई। बात तो जमाने से कही जा रही है लेकिन प्रदेश के हालात पर सटीक साबित हो रही है। दरअसल, मोहब्बत के दुश्मन यहां पर रोज एक जान ले रहे हैं। यहां पर आक्रोशित लोग अपनों का ही खून बहाने से परहेज नहीं कर रहे हैं।

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मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के मोबिन नगर इलाके में जुलाई में पिता ने झूठी शान के लिए अपनी ही बेटी की हत्या कर दी। लड़की का पड़ोसी युवक से प्रेम संबंध था और वह उसके साथ घूमने चली गयी थी। लौटी तो पिता बर्दाश्त नहीं कर सका और गुस्से में बेटी को मार डाला। यह तो एक बानगी है। क्षणिक आवेग और झूठी शान में हत्याओं की यह रवायत थम नहीं रही है।

प्रदेश में वर्ष 2014 में कुल 5333 हत्याएं हुईं। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने इन हत्याओं की वजह तलाशने के बाद जो ताजा आंकड़े जारी किये हैं उसके मुताबिक लव अफेयर्स में 300, अवैध संबंधों में 62 और ऑनर किलिंग में एक हत्या हुई। वर्ष 2014 में लाभ के लिये 146, प्रापर्टी विवाद में 91, व्यक्तिगत दुश्मनी में 229, दहेज में 12, दुष्कर्म में 54, सामूहिक दुष्कर्म में तीन और अन्य विवादों में चार हजार से अधिक लोग मारे गये।

यह तो होना ही था

ऐसी घटनाएं न हों इसके लिये अभी तक कोई खास पहल नहीं की गयी है। सेवानिवृत्त पुलिस महानिरीक्षक श्रीधर पाठक कहते हैं कि ऐसी घटना के बाद पुलिस समझती है कि यह तो होना ही था। एक बारगी इसे रोका नहीं जा सकता लेकिन कम जरूर किया जा सकता है। वह इसके लिये बड़े बुजुर्गों के साथ मिलकर पुलिस को काउंसिलिंग की सलाह देते हैं। ऐसी घटनाएं करने वाला खुद पछताता है। हालांकि अभी तीन दिन पहले सीतापुर के संदना क्षेत्र के मुडि़ला कैल गांव में बहू को पड़ोसी युवक के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख दोनों को गोली से उड़ाने वाले ससुर ने बेखौफ कहा कि उसे कोई पछतावा नहीं है।

शिक्षण संस्थाएं सिखाएं सहनशीलता

लखनऊ विश्वद्यिालय में समाजशास्त्र के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राजेश मिश्र ने बताया कि कानून का प्रभाव कम होने, आदर्श व मूल्यों का क्षरण होने और सहनशीलता न होने से हत्याएं हो रही हैं वरना अवैध संबंध और प्यार तो युगों युगों से चल रहे हैं। शिक्षण संस्थाएं और परिवार लोगों में सहनशीलता पैदा कर सकते हैं और सरकार कानून को प्रभावी बनाकर इस प्रवृत्ति पर अंकुश लगा सकती हैं।

शिकायत मिलते ही पहुंचेगी पुलिस

प्रमुख सचिव गृह देवाशीष पांडा ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा के लिये पुलिस को त्वरित गति से कार्रवाई करने के निर्देश हैं। वूमन पावर लाइन या डायल 100 पर शिकायत दर्ज मिलते ही पुलिस मदद के लिये पहुंचेगी। इसके लिये पुलिसकर्मियों को संवेदनशील किया जा रहा है।


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