इटावा में अवध एक्सप्रेस में डकैती, एक यात्री को गोली मारी
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गृह जिले इटावा में कानून-व्यवस्था की स्थिति दिन पर दिन बदतर होती ज
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गृह जिले इटावा में कानून-व्यवस्था की स्थिति दिन पर दिन बदतर होती जा रही है। श्री यादव सुधार का दावा भले ही करें लेकिन हकीकत जुदा ही है। धनतेरस की पूर्व संध्या पर इटावा में अवध एक्सप्रेस में डकैतों ने धावा बोलकर एक यात्री को गोली मार दी।
इटावा के पास ट्रेन के जनरल कोच में सवार हुए बदमाशों ने तमंचा व चाकू दिखाकर जमकर लूटपाट की, जबकि विरोध करने पर एक यात्री को गोली मार दी, जिससे कोच में चीख-पुकार मच गई। महिलाओं के साथ भी मारपीट की गई। चलती ट्रेन में जेवर व नकदी लूटने के बाद बदमाशों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोका और फरार हो गए। सुबह सेंट्रल स्टेशन पर जीआरपी ने गोली लगने से घायल यात्री को हैलट में भर्ती कराया जबकि मारपीट में घायल महिला समेत तीन यात्रियों का लोको अस्पताल में उपचार कराया। जीआरपी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पीड़ित यात्रियों के मुताबिक बाद्रा से मुजफ्फरपुर जा रही अवध एक्सप्रेस रात करीब 3.30 बजे इटावा क्षेत्र के भरथना स्टेशन पर रुकी। ट्रेन के रुकते ही दस बदमाश जनरल कोच में सवार हो गए। इन सभी के पास तमंचा, चाकू व अन्य धारदार हथियार थे। ट्रेन चलने के साथ ही बदमाशों ने हथियार निकाल यात्रियों को कब्जे में कर लिया। इस बीच कुशीनगर के आटा निवासी विशाल उर्फ आशू ने विरोध करने का प्रयास किया तो बदमाश ने उसे गोली मार दी। इससे कोच में चीख-पुकार मच गई। बदमाशों ने सभी को शात करने के बाद लूटपाट शुरू कर दी। बदमाश यात्रियों से नकदी, जेवर, मोबाइल अन्य कीमती सामान छीनकर बोरे में भरते रहे। बाराबंकी की राम सिरोही ने कान के झुमके देने से मना किया तो उन्हें पीटकर घायल कर दिया। ऐसे ही जेवर से भरा पर्स देने से मना करने पर खलीलाबाद की संगीता तथा विरोध कर रहे महाराजगंज के संतोष कुमार को भी पीटा। यात्रियों को लूटने के बाद बदमाश अछल्दा स्टेशन के आउटर पर चेन पुलिंग करके भाग गये।
यात्रियों के शोर मचाने पर ट्रेन में चल रहे जीआरपी चौकी के सिपाही लूटे गये कोच में आये और घटना की जानकारी आला अफसरों को दी। ट्रेन सुबह पाच बजे कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची तब जीआरपी ने घायल यात्री को हैलट अस्पताल भिजवाया। मामूली रूप से घायल यात्रियों का लोको अस्पताल के डाक्टरों ने इलाज किया।
डकैती के शिकार प्रमुख पीड़ित
डकैती के शिकार हुए यात्रियों में सुधीर विश्वकर्मा से 5,000 रुपये, मोबाइल, गोंडा निवासी तिलक राम से 5,000 रुपये व मोबाइल, संगीता निवासी सिकरी खलीलाबाद से 50,000 के जेवर, सिद्धार्थ नगर निवासी संतोष कुमार से 500 रुपये, मोबाइल, प्रदीप कुमार निवासी फिरोजाबाद से 4300 रुपये व मोबाइल, महाराजगंज के संतोष कुमार से 2200 रुपये, बहराइच के सद्दाम हुसैन से 1000 रुपये, सुल्तानपुर के अजय कुमार से 1500 रुपये लूट लिये। मुकदमें इनका नाम दर्ज किया गा है।
पुलिस खर्राटे लेती रही
अवध एक्सप्रेस में स्कॉट कर रहे जीआरपी पुलिस चौकी की भूमिका संदिग्ध है जिनका निलंबन तय माना जा रहा है। ट्रेन में आगरा जीआरपी के चार सिपाहियों की ड्यूटी थी जिसमें सिपाही जय प्रकाश शर्मा और विमलेश कुमार मिश्रा आरक्षित कोच एस वन में सो रहे थे। स्कॉट कर रहे दो अन्य सिपाही सना उल्ला और सौरभ शर्मा का कहना है वे आगे लगे जनरल कोच में थे। आपको बता दें कि ये घटना ट्रेन के पीछे की ओर से गार्ड के आगे तीसरे कोच की है।
डकैती की कुछ प्रमुख घटनाएं
12 जुलाई 2011 मुरी एक्सप्रेस
13 जुलाई 2011 गरीब रथ
26 जुलाई 2011 कैफियत
22 अगस्त 2011 जनता
14 जनवरी 2012 अवध एक्सप्रेस
24 अप्रैल 2012 संपर्क क्रांति
27 जुलाई 2012 संपर्क क्रांति
27 जुलाई 2012 रीवा एक्सप्रेस
22 नवंबर 2013 जोधपुर हावड़ा
ऐसे ही जनसाधारण एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों को दिन दहाड़े डकैतों ने लूटा।
अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज
इंस्पेक्टर जीआरपी कानपुर त्रिपुरारी पाण्डेय ने बताया कि अवध एक्सप्रेस में लूटपाट करने वाले अज्ञात बदमाशों के खिलाफ डकैती का मामला दर्ज किया गया है। ट्रेन स्कॉट की लापरवाही की भी पूरी जानकारी आला अफसरों को दे दी गयी है।