गोंडा में चक्रवाती तूफान ने मचायी भारी तबाही, चार की मौत
देर रात आये भीषण तूफानी चक्रवात के कारण गोंडा में जबरदस्त तबाही हुई है। तूफान की चपेट में आकर जहां चार लोगों की मौत हो गई, वहीं दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।
लखनऊ। देर रात आये भीषण तूफानी चक्रवात के कारण गोंडा में जबरदस्त तबाही हुई है। तूफान की चपेट में आकर जहां चार लोगों की मौत हो गई, वहीं दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में पेड़ों के गिरने से बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। इससे रेलवे और सड़क यातायात पर भी गहरा असर पड़ा है।
इस तूफान से जिले में सैकड़ों पेड़ धराशायी और बिजली के पोल उखड़ गये। जिससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई। तूफान से सामान इधर-उधर उडऩे लगे और पेड़ों व तारों पर अटक गए। रात में लखनऊ की तरफ जा रही वैशाली एक्सप्रेस सोनी गुमटी के पास ट्रैक पर पेड़ गिरने से दो घंटे तक खड़ी रही। पेड़ हटाये जाने के बाद ही ट्रेन आगे रवाना हुई।
लक्ष्मणपुर मुरगहक गांव में पेड़ गिरने से उसकी चपेट में आकर मां शारदा देवी और पुत्र अनिल कुमार की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि पांच ग्रामीण घायल हो गए। उमरी थाने के सिसई गांव में पेड़ की चपेट में आने से पृथ्वीराज की 20 साल की पुत्री काजल ने दम तोड़ दिया जबकि दो लोग घायल हुए हैं। खोड़ारे में भी एक अज्ञात की मौत हो गई है। इसके साथ ही शहर के सभी सब स्टेशनों की एचटी और एलटी लाइनें बैठ गई हैं। अधिकतर मोहल्लों में बिजली-पानी नहीं आने से हाहाकार मचा हुआ है।
तूफान के कारण हुई तबाही को लेकर डीएम आशुतोष निरंजन ने पूरे जिले में एलर्ट जारी कर दिया है। उन्होंने बताया कि सभी एसडीएम और तहसीलदार को अपने इलाके में दौरा कर नुकसान का आकलन और प्रभावितों को तत्काल प्रभाव से मदद करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही पावर कारपोरेशन की मदद के लिए जिला स्तर के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। बिजली आपूर्ति की जल्द से जल्द बहाली के लिए हर संभव मदद की जा रही है।