पत्नी के साथ क्रिकेटर सुरेश रैना भी शामिल होंंगे लविवि के स्थापना दिवस समारोह में
पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर ने पत्नी के साथ 24 या 25 नवंबर को आने की दी सहमति। स्थापना 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चुअल संबोधन के दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे।
लखनऊ, जेएनएन। लविवि के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने मंगलवार को बताया कि विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर सुरेश रैना 100 वें स्थापना दिवस समारोह में भाग लेंगे। इस बात की पुष्टि उन्होंने वीसी को भेजे गए संदेश में की है। सुरेश रैना 24 या 25 नवंबर को होने वाले कार्यक्रमों का हिस्सा होंगे। यही नहीं उनकी पत्नी भी साथ आएंगी। दूसरी ओर 19 नवंबर को स्थापना दिवस समारोह के आगाज में होने वाले समारोह के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे। जबिक स्थापना 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चुअल संबोधन के दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे।
प्रो आलोक कुमार राय ने ये बातें मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में कहीं। उन्होंने कहा कि रैना हमारे छात्र रहे हैं और वे विश्वविद्यालय के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने खुद ही संदेश भेज कर कार्यक्रम में आने की पुष्टि की है। उनके आने से कार्यक्रम का गौरव और भी बढ़ेगा। वे 24 या 25 के कार्यक्रम में शामिल होंगे।
अंतरराष्ट्रीय पूर्व विद्यार्थी सम्मेलन होगा शानदार
24 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय एल्युमिनाई मीट होगी। जिसमें देश भर से एल्युमिनाई शामिल होंगे। जबकि अंतरराष्ट्रीय पूर्व विद्यार्थी वर्चुअल जरियों से शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि ये एक खास कार्यक्रम होगा।
मुख्यमंत्री और रक्षामंत्री की भी पुष्टि
कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री और रक्षामंत्री ने भी शामिल होने को लेकर लेकर पुष्टि कर दी है। मुख्यमंत्री उद्घाटन समारोह के 19 नवंबर को मुख्य अतिथि होंगे। यही नहीं 25 नवंबर को स्थापना दिवस समारोह में वे और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम को वर्चुअल संबोधित करेंगे।
500 से अधिक लोग नहीं रहेंगे मौजूद
प्रो आलोक कुमार राय ने बताया कि किसी भी कार्यक्रम में 500 से अधिक लोगों की मौजूदगी नहीं होगी। मालवीय सभागार में एक सीट छोड़ कर दूसरी पर दर्शक बैठेंगे। इसके अलावा कोरोना संबंधित जितने भी प्रोटाेकॉल हैं, उनका सख्ती से पालन करवाया जाएगा ताकि किसी के स्वास्थ्य को कोई खतरा न हो।