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Covid Cases In UP: यूपी में 4 महीने बाद 100 से कम मिले कोरोना रोगी, श्रावस्ती अब संक्रमण मुक्त

Covid Cases In UP उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से घट रहा है। चार महीने बाद मंगलवार को कोरोना से संक्रमित 93 नए रोगी मिले। इससे पहले एक मार्च को इससे कम 87 मरीज मिले थे।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 07 Jul 2021 02:35 AM (IST)Updated: Wed, 07 Jul 2021 08:05 AM (IST)
उत्तर प्रदेश में चार महीने बाद सौ से कम कोरोना संक्रमित मिले हैं।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ : UP Coronavirus News Update: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से घट रहा है। चार महीने बाद मंगलवार को कोरोना से संक्रमित 93 नए रोगी मिले। इससे पहले एक मार्च को इससे कम 87 मरीज मिले थे। श्रावस्ती कोरोना के संक्रमण से मुक्त हो चुका है। अब यहां एक भी संक्रमित व्यक्ति नहीं है। पहले 21 जून को महोबा भी कोरोना मुक्त हो गया था, लेकिन अब फिर वहां एक मरीज सामने आया है। 26 जिलों में अब कोरोना के 10 से कम मरीज हैं।

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उत्तर प्रदेश बीते 24 घंटे में कोरोना से 10 मरीजों की मौत हुई। पिछले एक हफ्ते से कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या प्रतिदिन इकाई में ही रहती थी, लेकिन फिर अचानक मौत का आंकड़ा बढ़ गया। अब तक कुल 22,656 मरीजों की मौत हो चुकी है। अब सक्रिय केस घटकर 2032 रह गए हैं। मंगलवार को 2.28 लाख लोगों की कोरोना जांच की गई। पाजिटिविटी रेट घटकर 0.04 प्रतिशत रह गया है। रिकवरी रेट बढ़कर 98.6 प्रतिशत हो गया है।

टीकाकरण में लखनऊ अव्वल : यूपी में सबसे ज्यादा टीके लखनऊ में लगे हैं। यहां अब तक 15.15 लाख लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं। दूसरे नंबर पर गौतमबुद्ध नगर में 12.69 लाख और तीसरे नंबर पर गाजियाबाद में 11.03 लाख टीके लगाए गए हैं। चित्रकूट में सबसे कम 1.40 लाख लोग ही वैक्सीन लगवाने टीकाकरण केंद्र पर पहुंचे हैं। चित्रकूट सहित सात जिलों में दो लाख से कम लोगों ने वैक्सीन लगवाई है। प्रदेश में अब तक 3.41 लाख लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं। अब टीकाकरण रफ्तार पकड़ रहा है। लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद के बाद चौथे नंबर पर मेरठ में 10.12 लाख और पांचवे नंबर पर गोरखपुर में 9.57 लाख लोगों ने वैक्सीन लगवाई है।

तीसरी लहर से निपटने को नौ हजार पीकू बेड तैयार : प्रदेश में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं। मेडिकल कालेजों से लेकर जिला अस्पतालों तक में पीडियाट्रिक आइसीयू (पीकू) के करीब नौ हजार बेड तैयार किए जा चुके हैं। मेडिकल कालेजों में सौ-सौ बेड और मंडलीय व जिला अस्पतालों में 40-40 बेड के पीकू तैयार किए गए हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर आक्सीजन की सुविधा युक्त 10 बेड और दो बेड पर बाईपैप की सुविधा दी गई है। फिलहाल लगातार बेड की संख्या में इजाफा किया जा रहा है।


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