बाराबंकी में कोविड वैक्सीन का दुरुपयोग, टारगेट पूरा करने के लिए नियमों से हटकर टीकाकरण; हटाए गए चिकित्सा अधीक्षक
COVID-19 Vaccine Misuse in Barabanki बाराबंकी में नियमों से हटकर दो गांवों में लगाई कोविड वैक्सीन। सीएमओ ने की कार्रवाई हटाए गए चिकित्सा अधीक्षक। कोविड वैक्सीन के टीकाकरण का टारगेट पूरा करने को लेकर दुरुपयोग करने का मामला।
बाराबंकी, जेएनएन। COVID-19 Vaccine Misuse in Barabanki : उत्तर प्रदेश में कोरोना का कहर फिर से पैर पसारने लगा है। इसके चलते स्वास्थ्य महकमा कोरोना का टीका लगाने को लेकर हर मुम्किन प्रयास करने में लगा है। वहीं, कुछ लोग नियमों से हटकर इन अथक प्रयासों पर पानी फेरने में लगे हैं। बाराबंकी में कोविड वैक्सीन के टीकाकरण का टारगेट पूरा करने को लेकर दुरूपयोग करने का मामला प्रकाश में आया है। चिन्हित सरकारी व निजी अस्पतालों में कोविड वैक्सीन की जगह पास स्थित ग्राम में कार्य किया गया था। मामले में अनियमितता बरतने पर चिकित्सा अधीक्षक को हटा दिया गया है।
दरअसल, बीती 17 मार्च को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा. राजीव दीक्षित ने कोविड प्रोटोकाल का पालन न करते हुए सीएचसी रामनगर में कोविड वैक्सीन लोगों को न लगाकर रामनगर से जुड़े क्षेत्र ग्राम सैदनपुर व अंबरपुर में कोविड वैक्सीन लगवाने का कार्य किया था। जबकि कोविड वैक्सीन लगाने का कार्य सरकार की ओर से चिन्हित सरकारी व निजी अस्पतालों में किया जाना था। इसमें से सैदनपुर में करीब 22 व अंबरपुर में एक दर्जन से अधिक लोगों को वैक्सीन लगवा दी थी।
शिकायत मिलने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने यहां के चिकित्सा अधीक्षक डा. राजीव दीक्षित को हटा दिया है। उन्हें मुख्यालय में जिला क्षय रोग विभाग से संबद्ध किया गया है। उनकी जगह पर सीएचसी रामनगर में तैनात डा. हरिश्चंद्र को चार्ज दिया गया है। सीएमओ डा. बीकेएस चौहान ने बताया कि कोविड वैक्सीन सरकार की ओर से चिन्हित अस्पतालों में लगाई जा रही है। गांव में कोविड वैक्सीन लगाने का नियम पूरी तरह से गलत है। संबंधित चिकित्सक को हटा दिया गया है।