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Positive News: CM योगी आदित्यनाथ का निर्देश, प्रवासी कामगार का तैयार करें स्किल डाटा; देंगे रोजगार

Positive News सीएम योगी आदित्यनाथ की वरीयता में प्रवासी श्रमिक तथा कामगारों के साथ विदेश में फंसे उत्तर प्रदेश के नागरिक हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 07 May 2020 12:02 PM (IST)Updated: Thu, 07 May 2020 12:53 PM (IST)
Positive News: CM योगी आदित्यनाथ का निर्देश, प्रवासी कामगार का तैयार करें स्किल डाटा; देंगे रोजगार
Positive News: CM योगी आदित्यनाथ का निर्देश, प्रवासी कामगार का तैयार करें स्किल डाटा; देंगे रोजगार

लखनऊ, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लॉकडाउन में अन्य राज्यों से छात्र-छात्राओं की प्रदेश वापसी के बाद अब सीएम योगी आदित्यनाथ की वरीयता में प्रवासी श्रमिक तथा कामगारों के साथ विदेश में फंसे उत्तर प्रदेश के नागरिक हैं। देश के लगभग हर राज्य से प्रवासी श्रमिकों तथा कामगारों की प्रदेश वापसी के बीच में भी सीएम योगी आदित्यनाथ की इनको लेकर लगभग रोज टीम-11 के साथ समीक्षा जारी है।

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सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसके साथ ही सभी राज्यों से उनके जिला अनुसार प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों तथा कामगारों की सूची मांगी है, जिससे कि कोई दूसरे प्रदेश में ही न रह जाए। प्रदेश में अब तक अन्य राज्यों से सात लाख से अधिक यूपी के प्रवासी कामगार/श्रमिकों की वापसी हो चुकी है। प्रदेश सरकार हर प्रवासी कामगार/श्रमिक को वापस लाना चाहती है।

दक्षता के अनुसार हर श्रमिक को देंगे काम

सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज टीम के साथ बैठक करने के बाद अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रदेश में वापसी करने वाले प्रवासी श्रमिक तथा कामगारों की क्षमता के अनुसार उनको रोजगार भी दिलाएं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी आनेवाले प्रत्येक श्रमिक / कामगार की स्किलिंग कर डाटा तैयार किया जा रहा है। होम क्वारंटीन पूरा होते ही स्किल के आधार पर यूपी के अंदर ही नौकरी/ रोजगार दिलाने की तैयारी है। हर आने वाले श्रमिक की दक्षता का आने वाले समय में प्रदेश की बेहतरी में संभव उपयोग हो, उसके लिए हम उसके दक्षता का ब्यौरा मय पता और मोबाइन नंबर एकत्र करवा रहे हैं। इन सबको उनकी दक्षता के अनुसार स्थानीय स्तर पर हम रोजगार भी उपलब्ध कराएंगे। इसके लिए हमारी कार्ययोजना बनकर लगभग तैयार है।

सभी श्रमिकों की सुरक्षित घर वापसी प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि दूसरे प्रदेशों में उप्र के जो भी श्रमिक और कामगार हैं उनकी सुरक्षित घर वापसी हमारी प्रतिबद्धता है। यह सिलसिला मार्च के अंतिम हफ्ते से ही जारी है। सभी श्रमिकों की घर वापसी तक यह जारी रहेगा। जिस तरह से घर वापसी का हमारा ये काम चल रहा है उम्मीद है कि हर श्रमिक शीघ्र ही सुरक्षित अपने-अपने घर होंगे। यहां अपने सरकारी आवास पर बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने दूसरे राज्यों की सरकारों से अपने प्रदेश के श्रमिकों कामगारों की जनपदवार सूची उपलब्ध उपलब्ध कराने को कहा है। राज्यों से सूची मिलते ही हम अपने प्रदेश के लोगों को लाने की तुरंत व्यवस्था कर रहे हैं। उन्होंने कहा प्रवासी कामगार/श्रमिकों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए परिवहन निगम की दस हजार से ज्यादा बसें लगाई गई हैं।
 
अब तक 37 ट्रेनों से आ चुके हैं 30 हजार से अधिक श्रमिक
 
उन्होंने बताया कि अभी तक दूसरे प्रदेशों से प्रवासी श्रमिकों/कामगारों को लेकर 37 ट्रेनें आ चुकी हैं। इससे करीब 30 हज़ार से अधिक प्रवासी आए हैं। इसके अलावा पिछले सप्ताह हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश से भी बसों से तीस हजार से अधिक श्रमिक एक लाए गए हैं। इससे पहले मार्च के अंतिम सप्ताह में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और अन्य जगहों से करीब साढ़े चार लाख प्रवासी श्रमिकों को बसों के जरिए उनको उनके घर पहुंचाया गया था। 
 
आज 20 ट्रेनों से और कल 30 ट्रेनों से आएंगे श्रमिक
 
मुख्यमंत्री ने बताया कि गुरुवार को कई प्रदेशों से श्रमिकों को लेकर 20 ट्रेनें आ रही हैं। इसी तरह शुक्रवार 25 से 30 ट्रेनों के आने की उम्मीद है। इनको सुरक्षित घर तक पहुंचाने के लिए परिवहन निगम की 10 हजार से ज्यादा बसें लगाई गई हैं। आने वाले हर श्रमिक के स्वास्थ्य की क्वारंटीन सेंटरों पर होगी। अगर कोई संदिग्ध मिलता है तो उसे मुकम्मल जांच के लिए वहीं आइसोलेट कर दिया जाएगा।
स्वस्थ्य लोगों को इस हिदायत के साथ घर भेजा जाएगा कि वह खुद और परिवार की सुरक्षा के लिए होम क्वारंटीन के नियमों का अनुपालन करें। 12 हजार से अधिक क्वारंटीन सेंटरों पर स्वास्थ्य की जांच के लिए 50 हजार से अधिक प्रशिक्षित चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टॉफ को तैनात किया गया है। स्वास्थ्य की जांच के बाद जिनको भी होम क्वारंटीन के लिए भेजा जा रहा है उनको भरण-पोषण के लिए एक हजार रुपया और मानक के अनुसार खाद्यान्न भी उपलब्ध कराया जा रहा है।जिला प्रशासन को यह साफ निर्देश है कि वे आने वाले श्रमिकों /कामगारों से सहानुभूतिपूर्ण सम्मानजनक व्यवहार करें। 
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इससे पहले बीते सप्ताह हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश से भी बसों से तीस हजार से अधिक श्रमिक एक लाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले मार्च के अंतिम सप्ताह में भी साढ़े चार लाख प्रवासी श्रमिक/कामगार यूपी लाए गए थे। एक से 15 मार्च के बीच दो लाख प्रवासी कामगार/श्रमिक एक महीने में आ चुके थे।

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