CoronaVirus in UP : तब्लीगी जमात में शामिल 429 की रिपोर्ट आज आएगी, यूपी में अभी तक 132 पॉजिटिव
CoronaVirus in UP कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण उत्तर प्रदेश में दो लोगों की मौत के बीच फिलहाल 132 पॉजिटिव केस अभी भी हैं। इनके साथ 319 संदिग्ध अस्पतालों में भर्ती हैं।
लखनऊ, जेएनएन। जानलेवा कोरोना वायरस के भयंकर संक्रमण के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित तब्लीगी जमात में शामिल लोगों की उत्तर प्रदेश में धरपकड़ के बीच 429 लोगों का सैंपल लिया गया है। माना जा रहा है कि इनके सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद उत्तर प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव की संख्या में अप्रत्याशित इजाफा हो सकता है। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण उत्तर प्रदेश में दो लोगों की मौत के बीच फिलहाल 132 पॉजिटिव केस अभी भी हैं। इनके साथ 319 संदिग्ध अस्पतालों में भर्ती हैं।
यूपी में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित 132 मरीज सामने आए हैं। इसमें सर्वाधिक 48 नोएडा के हैं। विभिन्न अस्पतालों में 319 संदिग्ध मरीजों को उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। यूपी में गुरुवार देर शाम तक कोरोना वायरस से संक्रमित दस लोग मिले हैं। इसमें मेरठ के पांच, जौनपुर के दो व बस्ती, गाजीपुर और गाजियाबाद के एक-एक मरीज शामिल हैं। जौनपुर में जिन दो लोगों में वायरस पाया गया वे पकड़े गए जमातियों में शामिल हैैं और धर्म प्रचारक हैैं। नोएडा के अलावा मेरठ में 25, आगरा में 12, लखनऊ में 10, गाजियाबाद में 9 और बरेली में छह बुलंदशहर में तीन, जौनपुर में तीन, पीलीभीत में दो, वाराणसी में दो और कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी मुरादाबाद, शामली, बस्ती, गाजीपुर व बागपत का एक-एक मरीज शामिल हैं।
तब्लीगी जमात में शामिल कानपुर के चार मौलाना कोरोना संक्रमित
दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के तब्लीगी जमात से लौटे चार सदस्य कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। शुक्रवार सुबह लखनऊ से रिपोर्ट आने के बाद से खलबली मच गई। इन सभी को देर शाम हैलट के कोविड-19 हॉस्पिटल और उर्सला के आइसोलेशन वार्ड से नारायणा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया था। सुबह लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी से रिपोर्ट आने के बाद सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने नारायणा से उन्हें है हैलट के कोविड-19 हॉस्पिटल में शिफ्ट करने का आदेश दिया है।
प्रदेश के 16 जिलों में कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस मिले हैं। प्रदेश के 59 जिले अब तक कोरोना वायरस का एक भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है। अब तक 17 लोग इलाज से ठीक हुए हैं। वहीं अभी तक 2704 लोगों के नमूने जांच के लिए लैब भेजे जा चुके हैं और इनमें से 2519 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है यानी इनमें कोरोना वायरस नहीं पाया गया। वही 198 संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट अभी आना बाकी है। 17 मरीज ठीक होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं।
संक्रामक रोग विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ विकास इंदु अग्रवाल ने बताया कि तब्लीगी जमात मे शामिल हुए लोगों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें से बीते बुधवार को मेरठ में पाए गए एक विदेशी नागरिक जो इंडोनेशिया का रहने वाला है उसमें कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है। गुरुवार को प्रदेशभर में रैपिड रिस्पांस टीम के माध्यम से 13898 ऐसे लोग चिन्हित किए गए जो चीन सहित कोरोना वायरस से संक्रमित देशों की यात्रा कर वापस लौटे हैं। इन्हें क्वारंटाइन किया गया है अभी तक ऐसे कुल 55490 लोगों को चिन्हित किया जा चुका है।
बस्ती के मृतक हसनैन का दोस्त भी निकला संक्रमित
बस्ती में कोरोना वायरस के कारण मृत से मौत का शिकार बने तुरकहिया निवासी हसनैन का करीबी दोस्त सिराज अहमद (26) भी संक्रमित मिला है। बुधवार को जांच रिपोर्ट आने के बाद उसके परिवारीजनों समेत सात लोगों को आइसोलेट करा दिया गया। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. फखरेयार हुसैन ने बताया कि हसनैन के संपर्क में रहने वाले अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है।
डॉक्टर की कोरोना संदिग्ध मां की मौत
कानपुर के नाक-कान-गला (ईएनटी) सर्जन की कोरोना संदिग्ध मां की इलाज के दौरान गुरुवार भोर मौत हो गई। वह जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल परिसर में कोविड-19 अस्पताल के संक्रामक रोग विभाग (एचडीयू) में भर्ती थीं। उनका नमूना जांच के लिए केजीएमयू लखनऊ गया था, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है। मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. ब्रजेश कुमार ने बताया कि फेफड़े में इंफेक्शन और बुखार होने के कारण ही कोरोना संक्रमण की जांच के लिए उनके नमूने लिए गए थे। गुरुवार भोर उन्होंने दम तोड़ दिया। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक वह पुत्र के पास दिल्ली गई थीं। वहां से लौटने के बाद ही हालत बिगड़ी थी। केजीएमयू, लखनऊ से उनकी रिपोर्ट का इंतजार है।
बड़ा खतरा बन गया है तब्लीगी जमात
कोरोना वायरस के संक्रमण को सेकेंड के थर्ड स्टेज पर जाने से रोकने के प्रयास में लगे पीएम नरेंद्र मोदी तथा सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रयास को कुछ लोग बेकार करने में लगे हैं। ऐसे ही लोगों में तब्लीगी जमात के लोग भी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली में तब्लीगी जमात के प्रकरण को बेहद गंभीरता से लिया है। दिल्ली से वह गाजियाबाद गए और आगरा तथा मेरठ का दौरा छोड़कर लखनऊ आ गए। उन्होंने तत्काल अधिकारियों के साथ बैठक के बाद तब्लीगी जमात में शामिल लोगों के उत्तर प्रदेश में प्रवेश की तहकीकात करा ली। मुख्यमंत्री के निर्देश पर तत्काल एक्शन शुरू कर दिया गया और अबतक 1072 लोगों की पहचान कर ली गई है। इनमें से 884 लोगों को अलग अलग जगहों पर क्वारंटीन किया गया है। जिसमें से 429 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया गया है। इसकी जांच रिपोर्ट आज आ जाएगी।
नहीं मिलेगी कोई रियायत
मुख्यमंत्री ने तबलीगी जमात मामले में किसी प्रकार की भी रियायत नहीं देने का आदेश दिया है। दिल्ली की इस तब्लीगी जमात में गए लोगों में सबसे अधिक मेरठ में 304 की पहचान हुई है। बरेली में 145, प्रयागराज में 40, आगरा में 104, वाराणसी में 197, गोरखपुर में 187, गौतमबुद्ध नगर में 170, कानपुर में 33 और लखनऊ शहर व कमिश्नरी मिलाकर 93 लोगों की पहचान कर ली गई है। इसके साथ अन्य की पहचान के लिए गंभीरता से अभियान जारी है। जिनको क्वारंटीन किया गया है उनका कोरोना वायरस टेस्ट भी वहीं कराया जा रहा है। हापुड़ में करीब 40 लोग क्वारंटीन होम छोड़ कर चले गए। जिसका संज्ञान लेते हुए इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया है, इसके साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।