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लापरवाही: केजीएमयू में भर्ती सुलतानपुर का कोरोना मरीज 12 घंटे रहा गायब, संक्रमण फैलने का खतरा

केजीएमयू में 12 घंटे गायब रहा कोरोना का मरीज होल्डिंग एरिया में किया था भर्ती रिपोर्ट आने पर मची अफरातफरी।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 19 May 2020 08:33 PM (IST)Updated: Tue, 19 May 2020 08:33 PM (IST)
लापरवाही: केजीएमयू में भर्ती सुलतानपुर का कोरोना मरीज 12 घंटे रहा गायब, संक्रमण फैलने का खतरा
लापरवाही: केजीएमयू में भर्ती सुलतानपुर का कोरोना मरीज 12 घंटे रहा गायब, संक्रमण फैलने का खतरा

लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू में लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही हैं। यहां के होल्डिंग एरिया में न्यूरो की समस्या से पीडि़त बुजुर्ग को भर्ती किया गया। उसमें संदिग्ध लक्षण होने से कोरोना की जांच कराई गई। वहीं, सोमवार रात में परिवारजन मरीज लेकर गायब हो गए। उधर, पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर डॉक्टर बेड पर पहुंचे, ऐसे में मरीज नहीं मिला। पुलिस को सूचना दी गई। मंगलवार सुबह मरीज लौट कर आया। ऐसे में उससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है।

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सुलतानपुर के लंभुुआ निवासी 64 वर्षीय व्यक्ति को चलने-फिरने और ब्रेन में भी समस्या थी। ऐसे में परिवारजन सोमवार को बुजुर्ग को लेकर ट्रॉमा सेंटर आए। यहां से वृद्धावस्था विभाग के होल्डिंग एरिया में उसे भेज दिया गया। डॉक्टरों ने जांच में पैरापेरिसिस न्यूरो की समस्या पाई। इसके बाद कोरोना टेस्ट का सैंपल लैब भेज दिया। रात में दस बजे बुजुर्ग की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद होल्डिंग एरिया के डॉक्टर बुजुर्ग के बेड पर पहुंचे। यहां मरीज गायब मिला। 

नंबर निकला गलत, पुलिस को दी सूचना

ट्रॉमा के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरेश के मुताबिक, परिवारजन मरीज को लेकर गायब हो गए थे। अस्पताल में पंजीकरण के वक्त दर्ज किया गया ब्योरा निकाला गया। उसमें दिया गया नंबर गलत निकला। ऐसे में पुलिस को सूचना दी गई।

सुबह लौटा मरीज, कहां-कहां गया पता नहीं

डॉ. सुरेश कुमार के मुताबिक, सोमवार रात 10 बजे गया मरीज मंगलवार सुबह 10 बजे लौटा। डॉक्टरों ने पूछताछ की, मगर परिजन गुमराह करते रहे। 

पुलिस ने गांव में साधा संपर्क, तब आया वापस

डॉ. सुरेश कुमार के मुताबिक, चर्चा है कि लखनऊ पुलिस ने सुलतानपुर पुलिस से संपर्क साधा। वहां की पुलिस ने संबंधित गांव में परिवारजन की तलाश की। इसके बाद परिवारजन ने लखनऊ आए मरीज के साथ लोगों से संपर्क कर वापस भेजा।

अस्पतालों में चक्कर लगाने का शक

मरीज के वार्ड से गायब होने को लेकर कैंपस में चर्चा आम है। लोगों का कहना है कि मरीज को भर्ती हुए घंटों हो गया। परिवारजन इलाज से संतुष्ट नहीं हुए। ऐसे में वह चुपचाप मरीज को लेकर निकल गए। इस दौरान वह शहर के सरकारी से लेकर निजी अस्पताल का चक्कर लगाया। कई अस्पतालों के स्टाफ में संक्रमण फैलने का खतरा है।


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