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लखनऊ जेल में आया कोरोना संक्रमित कैदी, 100 अन्य कैदियों पर भी खतरा; द‍िया जा रहा काढ़ा

कोविड सुरक्षा के मद्देनजर जेल की बैरकों का दिन में दो बार सैनिटाइजेशन हो रहा है। कैदी एक बार काढ़ा पी रहे हैं जो जेल में ही बनता है। इसके अलावा कैदियों को मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Fri, 30 Apr 2021 03:50 PM (IST)Updated: Fri, 30 Apr 2021 03:50 PM (IST)
लखनऊ जेल में  आया कोरोना संक्रमित कैदी, 100 अन्य कैदियों पर भी खतरा; द‍िया जा रहा काढ़ा
जिला जेल के करीब 100 कैदियों का कराया गया आरटीपीसीआर।

लखनऊ, जेएनएन। करीब हफ्ते भर पहले जिला कारागार लखनऊ में बाहर के अस्पताल से इलाज कराकर आए एक कैदी से अन्य में भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया। उसके संपर्क में आए कई कैदियों की तबियत बिगड़ गई। सुरक्षा को देखते हुए करीब 100 कैदियों का आरटीपीसीआर टेस्ट कराया गया। हालांकि इन कैदियों की अभी रिपोर्ट नहीं आयी है। रिपोर्ट आने पर ही कैदियों में कोविड रिपोर्ट की स्थिति पता चल सकेगी।

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अब बाहर से आने वाले कैदियों को रखा जा रहा अलग बैरक में : इसके बाद से बाहर से आने वाले कैदियों और नए कैदियों के लिए एक अलग से बैरक बना दी गई है। बैरक अन्य बैरकों से दूर है। वहां नए कैदियों को रखा जा रहा है। 14 दिन क्वारेंटीन रखने के बाद उनका टेस्ट कराया जा रहा है। उसके बाद जेल पहले से बंद कैदियों के साथ बैरक में शामिल किया जा रहा है।

दो बार हो रहा सैनिटाइजेशन, कैदी पी रहे काढ़ा : कोविड सुरक्षा के मद्देनजर जेल की बैरकों का दिन में दो बार सैनिटाइजेशन हो रहा है। कैदी एक बार काढ़ा पी रहे हैं जो जेल में ही बनता है। इसके अलावा कैदियों को मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। हर एक कैदी को साबुन जेल प्रशासन की तरफ से दिया गया है। जिससे वह दिन में हाथ धुलते रहें।

कई संक्रमित कैदियों का अस्पताल में चल रहा इलाज : जेल अस्पताल में कई संक्रमित कैदियों का इलाज चल रहा है। जानकारी के मुताबिक जेल में करीब 10 कैदी अस्पताल में हैं जो संक्रमित हैं। कुछ को अलग बैरक में रखा जा रहा है। जिस कैदी की हालात ज्यादा बिगड़ती है उसे बाहर अस्पताल में इलाज के लिए भेजा जा रहा है।

जेल में कोविड सुरक्षा के मद्देनजर कैदियों का विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्हें काढ़ा दिया जा रहा है। बैरकों का दो बार सैनिटाइजेशन कराया गया है। आरटीपीआर रिपोर्ट आने के बाद ही संदिग्ध कैदियों में संक्रमण का पता चलेगा। आशीष कुमार तिवारी, जेल अधीक्षक 


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