बीएसएनएल सीजीएम पर कमीशन मांगने का आरोप, जानिए क्यों हैं विवादों में lucknow news
एक साल से लंबित भुगतान लेने पहुंचे थे कांट्रेक्टर। हजरतगंज कोतवाली में दर्ज कराया मामला।
लखनऊ, जेएनएन। आर्थिक तंगी से जूझ रहे बीएसएनएल में अब काम कराने के बाद ठेकेदारों का भुगतान भी बंद हो गया है। मंगलवार को एक साल पहले किराए गए कामों का भुगतान लेने गए ठेकेदारों से मुख्य महाप्रबंधक यूपी पूर्वी परिमंडल कार्यालय में अभद्रता की गई। बीएसएनएल कांट्रेक्टर्स एसोसिएशन की ओर से बीएसएनएल के मुख्य महाप्रबंधक आरसी राय के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए हजरतगंज थाने में मामला दर्ज कराया गया। वहीं मुख्य महाप्रबंधक ने कहा कि उनसे मिलने कई ठेकेदार आए थे। इसलिए उनसे मिलने से मना कर दिया था।
एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमोद तिवारी सहित करीब दो दर्जन ठेकेदार अपने लंबित भुगतान को लेने के लिए मंगलवार दोपहर दो बजे सीजीएम ऑफिस पहुंचे थे। आरोप है कि सीजीएम आरसी राय प्रतिनिधि मंडल से एक साथ मुलाकात करने की जगह एक-एक ठेकेदार को बुलाकर मिलने का दबाव बनाने लगे। दो ठेकेदार जब भीतर गए तो सीजीएम ने रुके हुए भुगतान के लिए एडवांस में कमीशन की मांग की। जिस पर बाहर खड़े ठेकेदारों को उन्होंने सारी बात बता दी।
इस पर ठेकेदारों ने असमर्थता जताते हुए एडवांस देने से मना कर दिया। इसके बाद आरसी राय ने ठेकेदारों से अभद्रता की और उनको अपने कार्यालय से बाहर निकाल दिया। एसोसिएशन की ओर से हजरतगंज कोतवाली पर प्रदर्शन किया गया। इसके बाद सीजीएम के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कराया गया। वहीं सीजीएम आरसी राय का कहना है कि कुछ ठेकेदार दोपहर को मिलने आए थे। सभी की जगह उन्होंने एक या दो ठेकेदारों को बुलाने को कहा, जिस पर ठेकेदार राजी नहीं हुए। अभद्रता, जान से मारने और एडवांस कमीशन मांगने की बात गलत है।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप