ई-हॉस्पिटल योजना का कांट्रेक्ट खत्म, कर्मचारियों का भविष्य अधर में
प्रदेश भर के 32 अस्पतालों चल रही थी योजना। सिविल बलरामपुर लोहिया लोकबंधु समेत कई कर्मचारियों का भविष्य अधर में।
लखनऊ, जेएनएन। प्रधानमंत्री की भावी योजना डिजिटल इंडिया के तहत प्रदेश के 32 अस्पतालों में ई-हॉस्पिटल की योजना के तहत रखे गए कर्मचारियों का भविष्य अधर में लटक गया है। कंपनी की ओर से रखे गए कर्मचारियों को एनएचएम की ओर से कांट्रेक्ट खत्म होने का मेल आया है। इसमें कर्मचारियों के वेतन की फंडिंग बंद किए जाने की बात कही गई है। वहीं अस्पताल प्रशासन को अपने स्तर से कर्मचारियों को प्रशिक्षण देकर रखे जाने के निर्देश दिए गए हैं।
डिजिटल इंडिया के तहत केंद्र सरकार की ओर से सरकारी अस्पतालों में ई-हॉस्पिटल योजना शुरू की गई थी। प्रथम फेज में प्रदेश के 32 और राजधानी के चार अस्पताल डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल, जिला अस्पताल बलरामपुर, लोकबंधु और अवंतीबाई महिला अस्पताल शामिल हैं। इन अस्पतालों में पांच से 10 कर्मचारी पर्चा काउंटर पर रखे गए हैं। इसके अलावा प्रदेश भर में सिल्वर टच कंपनी की ओर से लगभग 600 कर्मचारी तैनात किए गए थे। इन कर्मचारियों को एनएचएम के द्वारा कंपनी वेतन दे रही थी। वहीं शनिवार को सभी कर्मचारियों को कांट्रेक्ट खत्म होने का मेल आया। इसके बाद कर्मचारी परेशान हो गए।
11 फरवरी से नहीं मिला वेतन
सिल्वर टच कंपनी की ओर से पहले कर्मचारियों का अचानक पीएफ काटा गया। इससे उन्हें आधे से कम वेतन मिला। इसके बाद 11 फरवरी से कंपनी से कांट्रेक्ट खत्म होने का मेल आया। वहीं 16 मार्च को एनएचएम की ओर से वेतन भुगतान न होने का लेटर मिल गया। ऐसे में कर्मचारियों को अपने भविष्य की चिंता हो रही है। वहीं अस्पताल प्रशासन भी एनएचएम से इस विषय में बात कर रहे हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
एनएचएम के एमडी पंकज कुमार ने बताया कि भारत सरकार की योजना थी, जिसे एनएचएम ने 31 मार्च से फंडिंग करने से मना कर दिया है। आगे हम इस दिशा में प्रदेश सरकार से बात कर रहे हैं। ई- हॉस्पिटल योजना बंद नहीं होगी, आउटसोर्सिंग कंपनी बदली जा सकती है। कर्मचारी वहीं रखे जाएंगे या दूसरे यह बताया नहीं जा सकता है।