कांग्रेस विपक्ष में रहे मगर परिवारवाद खत्म हो : जेटली
हमारा कांग्रेस के खात्मे का मतलब यह नहीं कि पार्टी खत्म हो जाए, बल्कि उसमें से परिवारवाद खत्म हो। यह बात केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने सीएमएस सभागार में आयोजित विकास पर्व कार्यकर्ता सम्मेलन में कही ।
लखनऊ। हमारा कांग्रेस के खात्मे का मतलब यह नहीं कि पार्टी खत्म हो जाए, बल्कि उसमें से परिवारवाद खत्म हो। यह बात केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने सीएमएस सभागार में आयोजित विकास पर्व कार्यकर्ता सम्मेलन में कही । उन्होंने कहा कि भाजपा के सामने कांग्रेस चुनाव लडऩे की स्थिति में नहीं है। क्षेत्रीय दलों के गठबंधन से चुनाव लडऩा उसकी मजबूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के साथ बेचारा शब्द का प्रयोग किया जाता है। उन्होंने बताया कि परिवार की मनमानी की वजह से उन पर लिखा गया है कि पद पर तो हैं लेकिन अधिकार नहीं। उन्होंने कहा कि पहले सीबीआइ का दुरुपयोग किया जाता था और सपा, बसपा को दबाकर सरकार बनाई जाती थीं। उन्होंने सरकार चलाने को क्रिकेट के साथ तुलना करते हुए कहा कि जिस तरह क्रिकेट में आखिर के ओवर में तेजी से रन बनाए जाते हैं, उस तरह से सरकारें भी पांचवें वर्ष में कार्य करना शुरू करतीं हैं। लेकिन, मोदी सरकार ने यह काम पहले ही दो वर्षों में कर दिए।
जीवन का सुखी काल प्रतिपक्ष में
यूपीए सरकार में इतने घोटाले हुए थे कि चर्चा करतेे हुए ही समय बीत जाता था। इस काल में बड़े सुखी थे। लेकिन, मोदी सरकार में पहली बार यह पता चला कि इतनी मेहनत करनी पड़ती है। जेटली ने जब यह बात कही तो ऑडिटोरियम में लोग हंस पड़े। उन्होंनेे कहा कि इस सरकार में मंत्री रहना सरल नहीं है।