कांग्रेसी समझेंगे गैर कांग्रेसवाद के प्रयोगों से हुआ देश और समाज को नफा-नुकसान
कांग्रेस का इतिहास आम जन में प्रसारित करने के लिए कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। गैर कांग्रेसवाद के प्रयोगों से देश को नुकसान के बारे में बताया जाएगा।
लखनऊ (जेएनएन)। कांग्रेस का इतिहास और नीति-सिद्धांतों को आम जन में प्रसारित करने के लिए मंडलीय बैठकों में कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। गैर कांग्रेसवाद के प्रयोगों से देश और समाज को हुए नुकसान के बारे में बताया जाएगा। यह निर्णय रविवार को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में विचार विभाग की बैठक में लिया गया। वरिष्ठ नेता नदीम अशरफ जायसी ने कहा कि आम कार्यकर्ता का मनोबल राहुल गांधी के नेतृत्व में मजबूत हुआ है। इसका असर लोकसभा चुनाव में दिखायी देगा। संचालन महामंत्री एवं प्रवक्ता स्वतंत्र शुक्ला ने किया।
बूथ कमेटियों के गठन पर भी चर्चा
विभाग के प्रांतीय चेयरमैन संपूर्णानंद की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कोषाध्यक्ष नईम अहमद सिद्दीकी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। संगठन की सक्रियता बढ़ाने के साथ बूथ कमेटियों के गठन पर चर्चा भी की गई। लोक संपर्क अभियान में सहयोग करने का निर्देश जिला व मंडल स्तर के पदाधिकारियों को दिया गया है। प्रांतीय चेयरमैन ने कहा कि भाजपा और आरएसएस के दुष्प्रचार का जवाब देने के लिए ब्लाक व जिला कार्यकर्ताओं को तैयार किया जाएगा। केंद्र व प्रदेश सरकारों की विफलताओं से आम जनता को कांग्रेस का गौरवशाली अतीत याद आने लगा है।
गायब सुखदेव-राजगुरु की प्रतिमाएं
कांग्रेस कार्यकर्ता उस समय हैरत में रह गए जब उन्हें शहीद स्मारक स्थल पर सुखदेव व राजगुरु की प्रतिमाएं नहीं मिली। वहां केवल भगत सिंह की प्रतिमा लगी थी। जबकि नगर निगम ने वर्ष 2001 में बोर्ड लगाया था जिस पर उक्त तीनों शहीदों का स्मारक स्थल होना दर्शाया गया है। प्रदेश कोषाध्यक्ष नईम अहमद सिद्दीकी ने बताया कि भगत सिंह की प्रतिमा के आसपास दोनों ओर प्रतिमाएं स्थापित करने का स्थान तो बना गया है परंतु राजगुरु व सुखदेव की प्रतिमाएं गायब हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि शहीदों का अपमान किया गया है। कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में शहीदों की प्रतिमा के साथ खिलवाड़ की जांच कराने और दोषियों को दंडित किए जाने की मांग की गई है। इससे पूर्व शहर कांग्रेस विचार विभाग की बैठक में नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा स्थापित आजाद हिंद की अस्थाई सरकार के 75 वर्ष पूर्ण होने पर गोष्ठी आयोजित की गई।
एनएसयूआइ के मनोनीत पदाधिकारी हटाए
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) मध्य क्षेत्र इकाई के समस्त मनोनीत पदाधिकारी तत्काल प्रभाव से हटा दिये गए हैं। रविवार को यह फैसला कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में बुलायी गई प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में लिया गया। मध्य क्षेत्र अध्यक्ष मयंक तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में संगठन सक्रिय बनाने पर चर्चा के दौरान पद लेकर निष्क्रिय बने पदाधिकारियों की हटा कर सक्रिय कार्यकर्ताओं को मौका देने पर सहमति बनी। छात्रों की समस्याओं पर भी चर्चा हुई। छात्र संघ चुनाव नहीं कराने और बेरोजगारी का समाधान नहीं होने पर रोष व्यक्त किया गया।
छात्रसंघ चुनाव नहीं कराने पर आपत्ति
अध्यक्ष मयंक तिवारी ने बताया कि संगठन की सक्रियता बढ़ाने के लिए मनोनीत प्रदेश पदाधिकारियों, जिला प्रभारी और जिला संयोजकों को हटा दिया गया है। नई नियुक्ति शीर्ष नेतृत्व से विचार के बाद की जाएगी।
लखनऊ सहित प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ के चुनाव नहीं कराए जाने पर आपत्ति दर्ज कराते हुए मंयक ने कहा कि भाजपा ने अपनी पराजय के डर से छात्रसंघ चुनाव पर अघोषित रोक है। जल्द एनएसयूआइ आंदोलन करके छात्र संघ की बहाली को संघर्ष करेगी। उन्होंने कहा कि राज्यपाल राम नाईक के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद न शैक्षिक सत्र नियमित हो पा रहे है और न ही छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों की बहाली हो पा रही है। उन्होंने एनएसयूआइ द्वारा साकेत महाविद्यालय छात्रसंघ के चुनाव में पूरी ताकत से उतरने की बात कही। प्रदेश कांग्रेस विचार विभाग में हापुड़ निवासी वहाब चौधरी को सचिव नामित किया गया है।