सीएम के पोर्टल पर हुई शिकायत तो बिजली चोरी करते पकड़े गए इंस्पेक्टर साहब
शिकायत मिलने पर बिजली विभाग की टीम ने इंस्पेक्टर के घर पर छापा मारा, जहां दीवार के भीतर से केबल डालकर बिजली चोरी पकड़ी गई। इस पर
लखनऊ, जागरण संवाददाता : मुख्यमंत्री पोर्टल (आइवीआरएस) पर आई शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पुलिस विभाग के इंस्पेक्टर के यहां मीटर की जांच कराई गई तो सात किलोवॉट की बिजली चोरी मिली। जांच टीम ने पाया कि मीटर बाईपास करके दीवार के भीतर से केबल डालकर बिजली चोरी की जा रही थी। गड़बड़ी मिलने पर अभियंताओं ने शमन शुल्क वसूला। मुकदमे से बचने के लिए इंस्पेक्टर ने मौके पर ही 2.39 लाख रुपये असेसमेंट जमा कर दिए।
मुंशी पुलिया के अधिशासी अभियंता अनूप कुमार ने बताया कि 25 ए, हरिहर नगर, इंदिरा नगर निवासी राजेंद्र कुमार सचान स्वयं को सीबीआइ का इंस्पेक्टर बताकर घर में प्रवेश नहीं करने देते थे। गुरुवार को टीम ने जब इस घर में लगे मीटर की जांच की तो हकीकत सामने आई। राजेंद्र ने पत्नी सुशीला सचान के नाम दो किलोवॉट का कनेक्शन ले रखा है। अधिशासी अभियंता ने बताया कि डेढ़ हजार स्क्वायर फीट के मकान में तीन एसी, कई पंखे, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, कूलर व अन्य उपकरण चोरी की बिजली से चलते थे। बिजली महकमे को शक न हो, उसके लिए हर माह डेढ़ से दो हजार का बिल भी नियमित रूप से जमा हो रहा था।चोरी मिलते ही स्वयं को कभी सीबीआइ तो कभी उत्तर प्रदेश पुलिस में इंस्पेक्टर बताने वाले राजेंद्र कुमार सचान ने अपनी गलती मानते हुए शमन शुल्क व बिजली विभाग द्वारा एक साल का असेसमेंट देने में कोई आनाकानी नहीं की।
क्या कहते हैं अधिकारी
अधिशासी अभियंता अनूप कुमार ने बताया कि आइवीआरएस की सूचना को आधार मानकर जांच कराई गई। इसमें सात किलोवॉट की चोरी पकड़ी गई है। मुकदमा के डर से स्वयं को इंस्पेक्टर बताने वाले राजेंद्र कुमार ने तुरंत शमन शुल्क व 2.39 लाख का असेसमेंट जमा कर दिया है।