Good News: खूबसूरत शोख फूलों से गुलजार रहेगी आपकी बगिया, इन पौधे लगाने का मौसम आया
Good News For Colorful Flower Lovers सर्दी में लगने वाले फूलों के पौधे सांध्य मालती पेटुनिया ग्लैडिओलस कैलेन्डुला एन्टिराहिनम एलिसम डिमोरफोथेका एसोलिझिया लाइनेरिया ब्रासिका मेतुसेरिया वेरबेना सर्दियों के फूल है। इस मौसम में आसानी से उगाए जा सकते हैं फूल।
लखनऊ, जेएनएन। यदि आप भी जाड़े में खिलने वाले रंग-बिरंगे फूलों को पसंद करते हैं तो देर ना करें। यही मौसम है जब आप इन पौधों को लगाकर जाड़े भर अपनी बगिया को गुलजार रख सकते हैं। फूलों के शौकीनों का जमावड़ा शहर में नर्सरी में देखा जा सकता है। आप भी अगर फूलों की बगिया अपने घर में महकाना चाहते हैं तो सर्दी से अच्छा मौसम कोई नहीं। खास बात यह है कि आसानी से उगाए जा सकने वाले फूलों के इन पौधों को बालकनी, छत, लॉन, गमलों, क्यारियों यहां तक की बास्केट में कहीं भी आसानी से लगाए जा सकता है।
सर्दी में लगने वाले फूलों के पौधे सांध्य मालती, पेटुनिया, ग्लैडिओलस, कैलेन्डुला एन्टिराहिनम, एलिसम, डिमोरफोथेका, एसोलिझिया, लाइनेरिया, ब्रासिका, मेतुसेरिया, वेरबेना सर्दियों के फूल है। वहीं गेंदा, जाफरी, डहेलिया, ऑरनामेंटल कैबेज, बिगोनिया, डेजी, गजेनिया हेली, ल्यूपिन वाल फ्लावर, एलाइसम, कैंडीटफ, कारनेशन, डायमोरफोतिका, आइस प्लांट, ल्युपिन, ब्राचीकम, लाइनेरिया, निकोटियाना, नाइजेलिया, इम्पेशन्स, पैंजी, फ्लॉक्स, साइनेरिया, साल्विया खासतौर पर पुष्प प्रेमियों के बीच लोकप्रिय हैं। नर्सरियों में जुट रही है भीड़ सर्दी के मौसम में कई प्रजातियों के फूल के पौधे आसानी से नर्सरी व बाजार में मिल जाते हैं। नर्सरी वाले बीज के मदद से पौधे उगाते हैं।
10 से 20 रुपए के बीच इन पौधों को खरीदा जा सकता है। कुछ लोग बीजों से भी पौधे तैयार करते हैं। डहेलिया का है विशेष आकर्षण डहेलिया 40 से ज्यादा रंगों में पाया जाने वाला फूल है। इसमें हाइब्रिड डहेलिया के फूल काफी बड़े होते हैं लेकिन इसके लिए खुली धूप चाहिए होती है। यह लाल, पीला, गुलाबी, बैंगनी और दोहरे रंगों में मिलती है। डहेलिया के फूल बहुत बड़े आकार में खिलते हैं इसलिए ऐसे पौधों को सहारा देने की जरूरत पड़ती है। इस तरह लगाएं गमलों में गमले में पौधे लगाने हों तो आधा हिस्सा पुरानी गोबर की खाद, आधा हिस्सा कोकोपीट, थोड़ी सी मिट्टी (पुराने गमले की) मिलाकर गमले को भर लें फिर पौधा लगाएं।
अगले पन्द्रह दिन तक पौधे में पानी के अलावा कुछ नहीं देना है। पानी डालने से पहले ध्यान रखें कि पहले डाला गया पानी सूख गया हो। पंद्रह दिन बाद आप पौधों में नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश की बराबर मात्रा में मिश्रण को पानी में घोलकर स्प्रे कर सकते हैं या सूखा डालकर पानी दे दें। इस मिश्रण का प्रयोग एक माह तक हर सप्ताह करना है।