तीन दिन से कोरोना मरीजों को शिफ्ट नहीं करा रहे सीएमओ, अस्पताल में दहशत
लखनऊ में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से कोरोना संक्रमण के मुहाने पर सिविल अस्पताल डेढ़ सौ से अधिक भर्ती मरीजों व डॉक्टरों समेत 100 से ज्यादा मेडिकल स्टाफ पर खतरा।
लखनऊ, जेएनएन। सिविल अस्पताल में तीन दिनों से लावारिस पड़े तीन कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने डॉक्टरों समेत 100 से अधिक स्टाफ व 150 से ज्यादा भर्ती मरीजों पर भी संक्रमण का खतरा बढ़ा दिया है। सिविल अस्पताल की ओर से मरीजों को शिफ्ट कराने के लिए बार-बार सीएमओ से लेकर अन्य आला अधिकारियों को फोन किया जा रहा है, लेकिन किसी ने भी मरीजों को कोविड अस्पताल में शिफ्ट करने की जहमत अभी तक नहीं उठाई है। यह हाल तब है, जब कई सरकारी अस्पतालों में कोविड के पचासों बेड खाली पड़े हैं।
सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ एसके नंदा ने बताया कि पुलिस की ओर से कुछ लावारिस मरीजों को भर्ती कराया गया था। जांच के बाद इनमें से तीन मरीजों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। तीन दिन से सीएमओ को फोन किया जा रहा है। जिलाधिकारी के यहां भी सूचना दी गई है, लेकिन अभी तक मरीजों को शिफ्ट नहीं कराया जा सका है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को भी फोन किया गया था, लेकिन एम्बुलेंस आकर लौट गई। ड्राइवर ने कहा कि हमारे पास पीपीई किट नहीं है।
नॉन कोविड अस्पताल में 24 घंटे भी नहीं रखे जा सकते कोरोना पॉजिटिव मरीज: इमरजेंसी व ओपीडी में आने वाले सभी संदिग्ध मरीजों में अगर किसी भी मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो तत्काल उसकी सूचना सीएमओ दफ्तर को देनी होती है। तब मरीज को जितना जल्दी हो सके उसे कोरोना अस्पताल में शिफ्ट करवा दिया जाता है। कोविड पॉजिटिव होने की जानकारी मिलने के बाद गाइडलाइन के अनुसार नॉन कोविड अस्पताल में 24 घंटे भी किसी मरीज को नहीं रखा जा सकता। इसके बावजूद तीन दिनों से मरीज सिविल अस्पताल में पड़े हैं। जिससे पूरे अस्पताल में संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। इससे वहां ड्यूटी करने वाले डॉक्टर समेत मेडिकल स्टाफ और इलाज कराने आने वाले मरीज के साथ तीमारदार भी दहशत में हैं।
स्वास्थ्य विभाग बरत रहा लापरवाही:लोकबंधु अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए मौजूदा समय में करीब 70 बेड खाली हैं। बावजूद स्वास्थ्य विभाग लापरवाही बरत रहा है और सिविल अस्पताल को कोरोना संक्रमण के मुहाने पर छोड़ दिया है। सिविल अस्पताल के बार-बार सूचना देने के बाद भी सीएमओ डॉक्टर आरपी सिंह पर कोई रूचि नहीं लेने का आरोप है।
सीएमओ, लखनऊ डॉ आरपी सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में है। मरीजों को शिफ्ट कराने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही उन्हें कोविड अस्पताल में भर्ती करवा दिया जाएगा।-डॉ आरपी सिंह, सीएमओ, लखनऊ