CM योगी ने किया दावा, अगले दो साल में बुंदेलखंड में हर घर तक पहुंचेगा नल से जल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए अगले दो साल में बुंदेलखंड में हर घर तक नल से जल पहुंचा देने का दावा किया।
जेएनएन, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए अगले दो साल में बुंदेलखंड में हर घर तक नल से जल पहुंचा देने का दावा किया। हर घर जल योजना का सर्वाधिक लाभ उत्तर प्रदेश की जनता को मिलने जा रहा है। हर घर नल योजना के लिए यूपी ने केंद्र सरकार से 35000 करोड़ रुपये की मांग की है।
मुख्यमंत्री ने भारत सरकार के नवगठित मंत्रालय जलशक्ति मंत्रालय के मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के उत्तर प्रदेश आगमन पर अभिनंदन व्यक्त करते हुए हर प्रकार के सहयोग का आश्वासन दिया। मंत्री गजेंद्र शेखावत ने भी हर सम्भव मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि जिलों को इकाई मान कर परफॉर्मेंस के आधार धनराशि मिलेगी।
उन्होंने बताया कि जलशक्ति, जलसंचयन और नमामि गंगा जैसे बिंदुओं पर बहुत महत्वपूर्ण चर्चा मंत्री गजेंद्र शेखावत और भारत सरकार की टीम के साथ हुई है, जो बहुत ही सकारात्मक रही है। उन्होंने कहा कि कुंभ के समय हम सभी ने 'नमामि गंगे' की सफलता देखी है, जो 15 जनवरी से 5 मार्च के बीच संपन्न हुआ। दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक व सांस्कृतिक समागम की सफलता दो बिंदुओं पर निर्भर थी, एक मां गंगा की अविरलता व निर्मलता और दूसरा स्वच्छ कुंभ का संदेश देकर। इसी कारण देश भर से आए श्रद्धालुओं ने कुंभ की तारीफ की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पौधरोपण का अभियान चल रहा है। सरकार ने तय किया है कि एक दिन में वृहद पौधरोपण खासकर नदियों के किनारे कार्यक्रम चलाया जाएगा। 15 अगस्त को एक दिन में प्रदेश में 22 करोड़ पौधे रोपने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण और जल जीवन मिशन पर चर्चा हुई।
योगी ने कहा कि बुंदेरखंड में पाइप पेयजल योजना प्रदेश सरकार लागू कर चुका है। हर घर तक नल का लाभ सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के लोगों को मिलने जा रहा है। इसकी शुरुआत बुंदेलखंड से होने जा रहा है। वहां हर गांव में पेयजल की आपूर्ति नल से करने जा रहे हैं। इसके विंध्य क्षेत्र गांवों में यह सुविधा दी जाएगी।
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन में उत्तर प्रदेश ने जो काम किया वह देश में उदाहरण है। उन्होंने कहा कि इस तरह की अन्य योजनाओं में भी उत्तर प्रदेश कीर्तिमान स्थापित करेगा। इन योजनाओं और अच्छा कैसे किया जा सकता है, इस विषय पर बैठक में चर्चा की गई। यदि सफलता की कहानियों को मीडिया के माध्यम से प्रचारित किया जाए तो यह जल आंदोलन बन जाएगा और फिर इसके जन आंदोलन बनने में देर नहीं लगेगी।