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अपराधी पर शिकंजा कसने के साथ अपराध नियंत्रण सीएम योगी आदित्यनाथ की शीर्ष वरीयता

सीएम योगी आदित्यनाथ का सिर पर हाथ होने के कारण पुलिस भी माफिया और अपराधियों पर कहर बनकर टूट पड़ी। प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के करीब साढ़े चार वर्ष के कार्यक्रम में 150 से अधिक अपराधियों को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर किया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 12 Sep 2021 12:09 PM (IST)Updated: Sun, 12 Sep 2021 12:09 PM (IST)
अपराधी पर शिकंजा कसने के साथ अपराध नियंत्रण सीएम योगी आदित्यनाथ की शीर्ष वरीयता
अपराधी पर शिकंजा कसने के साथ अपराध पर नियंत्रण किया।

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश की सत्ता संभालते ही प्रदेश को विकास पर लाने के क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा के संकल्प पत्र (लोक कल्याण पत्र) के अनुरूप कानून-व्यवस्था में सुधार को शीर्ष वरीयता पर रखा। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पुलिस ने अपराधी पर शिकंजा कसने के साथ अपराध पर नियंत्रण किया।

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सीएम योगी आदित्यनाथ का सिर पर हाथ होने के कारण पुलिस भी माफिया और अपराधियों पर कहर बनकर टूट पड़ी। प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के करीब साढ़े चार वर्ष के कार्यक्रम में 150 से अधिक अपराधियों को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर किया। इसके साथ ही गैंगस्टर एक्ट में 3700 से अधिक आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। इतना ही नहीं 550 से अधिक अभियुक्तों पर एनएसए के तहत सख्त कार्रवाई की गई। प्रदेश सरकार ने माफिया की काली कमाई से अर्जित 1,500 करोड़ रुपये से अधिक सम्पत्ति को भी जब्त किया।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने शपथ लेने के बाद कहा था कि अपराधी या तो जेल में होंगे या प्रदेश के बाहर। तो अब तक ऐसा ही हुआ। दहशत का पर्याय बने करीब 150 से अधिक अपराधी पुलिस मुठभेड़ में ढेर हुए हैं और लगभग 2,800 से अधिक अपराधी घायल हुए हैं। यूपी में गैंगेस्टर एक्ट में अब तक 3700 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया और 550 से अधिक अभियुक्तों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई हुई है। प्रदेश की पुलिस ने जिस तरीके से राज्य में संगठित अपराध और माफियाओं पर अंकुश लगाया है वो अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण बना हुआ है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साढ़े चार साल पहले पद संभालते ही प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने का वादा किया था। इसके बाद बेहद सक्रिय मोड में आने वाली पुलिस ने प्रदेश के हर कोने में लगातार एनकाउंटर किया। पुलिस के इस चेहरे से अपराधियों के अंदर बस गया खौफ अभी भी बरकरार है। प्रदेश में पुलिस के डर से बड़े-बड़े अपराधी और माफिया प्रदेश छोड़कर या तो भाग गए या आत्मसमर्पण कर दिया।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने भाजपा के लोक कल्याण पत्र में गुंडाराज को जड़ से खत्म करने का वादा पूरा किया। इतना ही नहीं वह तो इससे भी आगे बढ़ गए और भविष्य में भी गुडों तथा माफिया राह बंद कर दी। कभी पुलिस प्रशासन को आंख दिखाने वाले माफिया व अपराधियों पर यूपी पुलिस कहर बनकर टूटी है। पुलिस ने माफिया मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद के साथ दो दर्जन से अधिक कुख्यात माफिया पर शिकंजा कस उनके नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया है। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने माफिया की काली कमाई से अॢजत की गई 1,500 करोड़ रुपये से अधिक की सम्पत्तियों को जब्त किया है। 


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