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आगरा में मस्जिद की पंचायत में टकरा गए देवबंदी-बरेलवी, पथराव

आगरा में रुस्तम खां की सराय स्थित मस्जिद के इमाम हटाने को लेकर देवबंदी और बरेलवी आमने-सामने आ गए। पंचायत के दौरान विवाद के बाद बरेलवी पक्ष ने हमला बोल पथराव कर दिया। पंचायत में भगदड़ मच गई और पथराव में कई लोग घायल हो गए।

By Nawal MishraEdited By: Published: Sun, 10 Jan 2016 10:14 PM (IST)Updated: Sun, 10 Jan 2016 10:17 PM (IST)
आगरा में मस्जिद की पंचायत में टकरा गए देवबंदी-बरेलवी, पथराव

लखनऊ। आगरा के ईदगाह कटघर में रुस्तम खां की सराय स्थित मस्जिद के इमाम हटाने को लेकर देवबंदी और बरेलवी आज आमने-सामने आ गए। पंचायत के दौरान विवाद के बाद बरेलवी पक्ष के लोगों ने हमला बोल पथराव कर दिया। पंचायत में भगदड़ मच गई, पथराव में कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए बरेलवी पक्ष के छह लोगों को हिरासत में लिया है।

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सराय रुस्तम खां में 1909 में बनी तोसवी मस्जिद है। इसके इमाम मुजफ्फरपुर (बिहार) के थाना गाय घाट के कस्बा बेनीबाद के रहने वाले अशरफ अली हैं। 20 सालों से मस्जिद में इमामत कर रहे अशरफ अली देवबंद से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने बताया कि बस्ती के रहने वाले बरेलवी मत के अनवर और उनका परिवार उन्हें हटाकर अपने मत के इमाम को रखना चाहता है, जिसका बस्ती वाले विरोध कर रहे हैं।

रविवार सुबह 11 बजे अनवर और उनके पक्ष के लोगों ने मस्जिद में पंचायत बुलाई थी। जिसमें धौलपुर के अलावा लोहामंडी, शाहगंज समेत अन्य जगहों से दर्जनों लोगों पहुंचे। उन पर मस्जिद छोड़कर जाने का दबाव बनाने लगे। पंचायत में बस्ती वालों ने विरोध किया और मतदान से फैसला करने की बात कही। अशरफ अली के अनुसार इस पर अनवर और उसके साथ आए लोग भड़क गए। मस्जिद में चल रही पंचायत को छोड़कर पथराव शुरू कर दिया। इससे भगदड़ मच गई। जवाब में बस्ती वालों ने भी पथराव किया। मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने स्थिति को संभाला। फोर्स को देख पंचायत में बाहर से आए अनवर पक्ष के लोग अपनी गाडिय़ां छोड़ भागे। पुलिस ने अनवर पक्ष के छह लोगों को हिरासत मे लेने के साथ ही एक दर्जन से अधिक दुपहिया वाहन मौके से बरामद किए हैं। इंस्पेक्टर रकाबगंज निर्मल कुमार ने बताया अशरफ अली की तहरीर पर अनवर और उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

यह रही विवाद की जड़

बस्ती वालों के मुताबिक अनवर का आरोप था कि देवबंद से ताल्लुक रखने वाले अशरफ अली नमाज के बाद सलाम नहीं पढ़ते हैं। इस पर अशरफ अली का कहना था कि वह बीस साल से इमाम हैं, आज तक किसी ने एतराज नहीं किया। साथ ही उन्होंने किसी को सलाम पढऩे से मना नहीं किया था। मस्जिद में कई दिन से सलाम पढ़ा जा रहा है।

एक माह से चल रहा मामला

इमाम को हटाने का मामला करीब एक माह से चल रहा है। बस्ती के लोगों ने बताया एक माह पूर्व अशरफ अली अपने नजदीकी का निधन होने पर गांव चले गए थे। इसी दौरान अनवर पक्ष के लोगों ने जलसा कराया, जिसमें इमाम के जानबूझ कर शामिल न होने का आरोप लगाया। इसके बाद उनको मस्जिद से हटाबरेलवी मत के इमाम को रखने की मांग शुरू कर दी।

दो बार हो चुकी पंचायत

बस्ती वालों ने बताया इमाम को हटाने के लिए दो सप्ताह पूर्व भी पंचायत हुई थी, तब भी बस्ती वालों ने इसका विरोध किया था। अनवर अपने धौलपुर के किसी परिचित को यहां का इमाम बनाना चाहता है, इसलिए विवाद पैदा कर रहा है। बस्ती वालों का कहना था कि उनमें देवबंदी और बरेलवी जैसा कोई विवाद नहीं है।


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