PositiveIndia: कोविड-19 अस्पताल में तब्दील होंगे सिविल व बलरामपुर चिकित्सालय
PositiveIndia सिविल अस्पताल में आइसोलेशन के 200 और क्वारंटाइन के 200 बेड किया जा रहा। बलरामपुर अस्पताल में आइसोलेशन के 200 से 250 और क्वारंटाइन के करीब 500 बेड किए जा सकते हैं।
लखनऊ [धर्मेन्द्र मिश्र]। Positive India: प्रदेश में कोरोना मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या के मद्देनजर अब सिविल और बलरामपुर चिकित्सालय को कोविड-19 अस्पताल में बदलने का निर्णय लिया गया है। दोनों चिकित्सालय कोविड-19 लेयर-2 के अस्पताल होंगे। हालांकि, यहां पहले से ही आइसोलेशन व क्वारंटाइन के वार्ड काम कर रहे हैं। बलरामपुर अस्पताल में तो कोरोना के करीब 25 मरीज भर्ती भी हैं।
शनिवार को यहां अन्य बीमारियों के भर्ती करीब 40 मरीजों को भाऊराव देवरस अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। अब सिविल अस्पताल के भी करीब इतने ही मरीज दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किए जाएंगे। लिस्ट बन चुकी है। निर्देश मिलने के बाद दोनों अस्पतालों में कोविड-19 के मानकों को ध्यान में रखकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सिविल अस्पताल के पुराने वार्ड को भी खाली करा लिया गया है।
सिविल अस्पताल की क्षमता
यहां कोविड-19 मरीजों के लिए नौ वेंटिलेटर लगाए गए हैं। यहां आइसोलेशन के 11 और क्वारंटाइन के 45 बेड हैं। अब इसे बढ़ाकर आइसोलेशन के लिए 200 बेड और क्वारंटाइन के लिए 200 बेड किया जा रहा है। ब्लड बैंक की क्षमता भी बढेगी।
बलरामपुर अस्पताल की क्षमता
यहां 10 वेंटिलेटर हैं। कुछ और वेंटीलेटर एवं पांच डॉक्टरों की मांग की गई है। यहां आइसोलेशन के 50 और क्वारंटाइन के 250 बेड हैं। अब आइसोलेशन के 200 से 250 और क्वारंटाइन के करीब 500 बेड किए जा सकते हैं।
दोनों अस्पताल में डॉक्टर सहित सभी कर्मचारी किए गए हैं प्रशिक्षित
कोविड-19 के मरीजों की जांच, देखभाल व सुरक्षा के लिए सिविल व बलरामपुर अस्पताल के डॉक्टरों समेत चतुर्थ श्रेणी तक के कर्मचारियों तक को प्रशिक्षित कर दिया गया है। यह प्रशिक्षण कई लेयर में दिया गया है। अब भी ट्रेनिंग जारी है। सिविल में कोविड-19 के लिए 106 लोगों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, जबकि बलरामपुर अस्पताल में 200 से अधिक स्टाफ विशेष प्रशिक्षण मिला है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार ?
सिविल अस्पताल सीएमएस डॉ. आशुतोष दुबे के मुताबिक, हम कोरोना मरीजों की देखभाल और इलाज के लिए पूरी तरह तैयार हैं। सभी कर्मियों को कई बार प्रशिक्षित किया जा चुका है। पुरानी बिल्डिंग भी खाली करा दी गई है। आंतरिक निर्देश मिल चुके हैं। गाइडलाइन का इंतजार है।
बलरामपुर अस्पताल सीएमएस डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि हमारे यहां अभी आइसोलेशन के 50 व क्वारंटाइन के 250 बेड हैं। निर्देशानुसार दो-तीन गुना तक बढ़ोतरी की जा सकती है। मैनपॉवर बढ़ाने की भी मांग की गई है।