ऑनलाइन फ्रॉड कर पूर्व डीजी के खाते से उड़ाए आठ हजार रुपये
पूर्व डीजी एसवीएम त्रिपाठी भी हुए जालसाजी का शिकार, गोमतीनगर थाने में युवती समेत दो के खिलाफ कराई एफआइआर।
लखनऊ, जेएनएन। साइबर जालसाजों ने पूर्व डीजी एसवीएम त्रिपाठी को भी जालसाजी का शिकार बना डाला। भारतीय स्टेट बैंक का अधिकारी बताकर क्रेडिट कार्ड दिलाने का झांसा देकर खाते से 8,010 रुपये उड़ा दिए। उन्होंने गोमतीनगर थाने में युवती समेत दो लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। प्रभारी निरीक्षक त्रिलोकी सिंह ने बताया कि साइबर सेल की मदद से जांच की जा रही है।
गोमतीनगर के विशालखंड तीन निवासी पूर्व डीजीपी एसवीएम त्रिपाठी सीआरपीएफ में डीजी पद पर तैनाती के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग के सदस्य भी रहे हैं। पिछले वर्ष 21 जुलाई उनके मोबाइल फोन नंबर पर अनुष्का नाम की युवती की कॉल आई थी। युवती ने बताया कि वह एसबीआइ से बोल रही है और एक नया क्रेडिट कार्ड आया है, जो अन्य कार्ड से अधिक सुरक्षित है। यह कार्ड उन्हें निश्शुल्क दिया जा रहा है। ठग युवती ने कहा कि बैंक की तरफ से उनके मोबाइल नंबर पर वन टाइम पासवर्ड भेजा जाएगा। यह पासवर्ड बताने पर कार्ड भेजने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। पूर्व डीजीपी ने बताया कि युवती ने उनकी बात राकेश नाम के व्यक्ति से भी कराई जिसने खुद को बैंक का मैनेजर बताया। दोनों ने कार्ड का झांसा देकर उनके मोबाइल फोन पर आया वन टाइम पासवर्ड पूछ लिया और खाते से रुपये उड़ा दिए।