Christmas tree ceremony: प्रभु यीशु की कहानी, गीतों की जुबानी Lucknow News
लखनऊ के कैथेड्रल चर्च में मनाया गया क्रिसमस ट्री समारोह क्रिसमस मिलन आयोजन में शामिल हुए लोग।
लखनऊ, जेएनएन। क्रिसमस भले ही बीत गया हो, लेकिन क्रिसमस मिलन के आयोजन का क्रम जारी है। शुक्रवार को हजरतगंज के कैथेड्रल में गुब्बारों और क्रिसमस ट्री के साथ क्वायर ने गीतों के माध्यम से प्रभु यीशु का गुणगान किया। आलमबाग के होली रिडीमर चर्च के साथ ही राजधानी के अन्य गिरजाघरों में भी प्रार्थना की जा रही है।
बाजारों में भी अभी क्रिसमस ट्री और स्टार की दुकानें सजी हुई हैं। सेंटा क्लाज की टोपियां भी अभी नजर आ रही हैं। गिरजाघरों में भी हर दिन आयोजनों का क्रम जारी है। विश्वासियों की मौजूदगी में क्वायर गीतों के माध्यम से प्रभु यीशु के अवतरण की कहानी बयां कर रहे हैं। आयोजन के दौरान बच्चों के साथ ही बड़ों ने भी एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई दी। प्रधानाचार्य राकेश चत्री ने बताया कि हर वर्ष संगीतमय आयोजन किया जाता है। लालबाग के सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च में कैंडल लाइट सर्विस के साथ विश्वासियों ने पाप से मुक्ति की प्रभु यीशु से कामना की। देर शाम शुरू हुए आयोजन के दौरान लोगों ने कैंडल जलाकर प्रार्थना की।
प्रभु यीशु के अवतरण पर आधारित संगीत के बीच देर शाम कार्यक्रम का समापन हुआ। फैजुल्लागंज मेंं बच्चों ने नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रभु के अवतरण की दास्तां बताने का प्रयास किया। एसेंबली ऑफ बिलीवर्स चर्च के प्रवक्ता मॉरिस कुमार ने बताया कि प्रभु यीशु का अवतरण गोशाला में हुआ था। घरों व गिरजाघरों में नए साल तक झांकियां सजी रहेंगी। फादर डॉ.डोनाल्ड डिसूजा ने बताया कि प्रार्थना के माध्यम से प्रभु यीशु के समक्ष अपने पापों को स्वीकार कर उनसे क्षमादान की याचना की जाती है। कैथेड्रल और सेंट फ्रांसिस कालेज परिसर गौशाला की झांकी सजाई गई।