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डूबे बच्चे का शव जनेश्वर पार्क के बाहर रखकर परिजनों ने किया हंगामा

जनेश्वर मिश्र पार्क की झील में डूबे तीन बच्‍चे। चीख-पुकार सुन मौके पर पहुंचे गार्ड ने दो को बचा लिया,एक की मौत।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 17 Sep 2018 04:09 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 10:00 PM (IST)
डूबे बच्चे का शव जनेश्वर पार्क के बाहर रखकर परिजनों ने किया हंगामा
डूबे बच्चे का शव जनेश्वर पार्क के बाहर रखकर परिजनों ने किया हंगामा

लखनऊ, जेएनएन। छह वर्षीय कृष्णा के परिवार के लोगों ने 40 लाख रुपये मुआवजे की मांग को लेकर जनेश्वर मिश्र पार्क के बाहर उसका शव रखकर प्रदर्शन किया। सोमवार की दोपहर तैरने के लिए उतरे तीन में से बालक कृष्णा की मौत हो गई थी। पिता रामगोपाल करनैलगंज गोंडा से कई लोगों को साथ लेकर जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट नंबर एक पर पहुंचा और बच्चे का शव रख कर नारेबाजी शुरू कर दी। उसकी मांग थी कि वह बहुत गरीब है। उसके तीन बच्चे हैं। इसलिए चार लाख रुपये मुआवजा दिया जाए और निजी सुरक्षा गार्डों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

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हंगामा शुरू होते ही इस द्वार से लोगों का आना जाना बंद कर दिया गया। पार्क के कर्मचारियों ने गोमती नगर थाने में जानकारी दी। मौके पर पुलिस व एलडीए के अधिकारी आए। प्राधिकरण के जनसंपर्क अधिकारी अशोक पाल ने बताया कि पिता का प्रार्थना पत्र ले लिया गया है। क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट और एलडीए उपाध्यक्ष के नाम प्रार्थना पत्र दिए गए हैं। इस प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाएगा। गौरतलब है कि गोमती नगर विस्तार के जनेश्वर मिश्र पार्क की झील में सोमवार की दोपहर तैरने के लिए उतरे तीन में से एक छह वर्षीय बालक कृष्णा की मौत हो गई, जबकि दो बच्‍चों को यहां के गार्ड ने बचा लिया।

बजट तीन शिफ्ट का, ड्यूटी दो की
सिक्योरिटी एजेंसी पर गड़बड़ी का आरोप है। यहां के कुछ गार्ड ही बता रहे हैं कि एजेंसी एलडीए से तीन शिफ्ट का भुगतान ले रही है, जबकि गार्ड को आठ की जगह 12 घंटे की ड्यूटी करवाई जा रही है। पिता का आरोप है कि अगर गार्डों ने मुस्तैदी बरती होती तो उनका बेटा नहीं डूबता। तीनों बच्चे ग्वारी की मलिन बस्ती में रहने वाले मजदूरों के थे। डूबने के बाद बेहोश हुए बच्चे को एलडीए के सुरक्षा कर्मी डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

गंडोला बोट संचालन की जगह से कुछ दूरी पर हुआ हादस
एलडीए के जनसंपर्क अधिकारी अशोक पाल ने बताया कि जहां गंडोला बोट का संचालन किया जाता है, उससे कुछ दूरी पर बच्चे दोपहर में आए थे। यहां गार्ड ने पहले बच्चों को भगाया था। मगर कुछ देर बाद ये नजर बचा कर फिर से आ गए। बच्चे झील में उतरे ही थे कि वे चीख पुकार करने लगे। मौके पर पहुंचे सिक्योरिटी गार्ड ने दो बालकों को बचा लिया, मगर कृष्णा को वे नहीं बचा सके। तत्काल बच्चे को लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां उसको मृत घोषित कर दिया गया। गोमती नगर थाना प्रभारी देवी प्रसाद तिवारी ने बताया कि बच्चे की मौत में किसी की लापरवाही सामने नहीं आई है। गार्ड के मना करने के बावजूद ये लोग पानी में उतरे। दो बच्चे जो कृष्णा के साथ थे, उनकी शिनाख्त नहीं की जा सकी है।


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