UP Oxygen Plan Project: यूपी के जिलों में तेजी से स्थापित किए जाएं आक्सीजन प्लांट, नोडल अफसर करेंगे मानीटरिंग
UP Oxygen Plan Project मुख्य सचिव का वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये सभी कमिश्नर व डीएम को निर्देश। निगरानी के लिए मंडल व जिले में एक-एक नोडल अफसर नामित करें। प्रदेश में चीनी मिलों की ओर से 40 और आबकारी विभाग की ओर से 39 ऑक्सीजन संयंत्र लगाए जा रहे हैं।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। UP Oxygen Plan Project: मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को मेडिकल कालेजों और अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट की स्थापना के काम में तेजी लाने का निर्देश दिया है। उन्होंने मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों को मंडल व जिला स्तर पर इस काम की लगातार निगरानी के लिए एक -एक नोडल अफसर नामित करने का निर्देश दिया है। नोडल अफसर मानीटरिंग के बाद अपनी दैनिक रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को देंगे।
मुख्य सचिव बुधवार को मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये जिलों में आक्सीजन संयंत्रों की स्थापना और अस्पतालों में वेंटीलेटर की क्रियाशीलता की समीक्षा कर रहे थे। मुख्य सचिव ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना का कार्य तेजी से पूरा किया जाना है। ऑक्सीजन संयंत्रों के स्थापना कार्य की रोज मानीटरिंग की जाए। मंडलायुक्त और जिलाधिकारी खुद यह देखें की संयंत्र की स्थापना के लिए समय से टेंडर प्रक्रिया पूरी हो जाए और वर्क आर्डर समय से जारी कर दिए जाएं। उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि सीएसआर फंड से आक्सीजन संयंत्रों की स्थापना के लिए वे कंपनियों से संपर्क, संवाद और समन्वय करें। इसके लिए अलग से नोडल अधिकारी नामित करें।
जिलाधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि अस्पतालों में उपलब्ध सभी वेंटीलेटर काम करते रहें। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान अपर मुख्य सचिव आबकारी, चीनी एवं गन्ना विकास संजय भूसरेड्डी ने बताया कि प्रदेश में चीनी मिलों की ओर से 40 और आबकारी विभाग की ओर से 39 ऑक्सीजन संयंत्र लगाए जा रहे हैं।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना जांच अभियान के लिए 70,000 से अधिक निगरानी समितियां गठित हैं। हर निगरानी समिति को 25-25 मेडिसिन किट दिए जा चुके हैं। अगले तीन दिनों में और 18 लाख पैकेट उपलब्ध करा दिए जाएंगे। आगे भी तीन-तीन दिन के अंतराल पर इतने ही पैकेट नियमित रूप से दिए जाएंगे। जिन लोगों को मेडिसिन किट दी जाएगी, अगले दिन उनकी टेस्टिंग की जाएगी। जिलाधिकारी इस काम की लगातार निगरानी करें।