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पीएम नरेंद्र मोदी से बोले सीएम योगी आदित्यनाथ- दिल्ली और सटे जिलों के लिए बने अलग नीति

दिल्ली में कोरोना संक्रमण के अधिक मामलों की वजह से एनसीआर के जिलों को लेकर खासे सतर्क मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी चिंता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी साझा कर दी है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 17 Jun 2020 11:44 PM (IST)Updated: Wed, 17 Jun 2020 11:56 PM (IST)
पीएम नरेंद्र मोदी से बोले सीएम योगी आदित्यनाथ- दिल्ली और सटे जिलों के लिए बने अलग नीति
पीएम नरेंद्र मोदी से बोले सीएम योगी आदित्यनाथ- दिल्ली और सटे जिलों के लिए बने अलग नीति

लखनऊ, जेएनएन। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के अधिक मामलों की वजह से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के जिलों को लेकर खासे सतर्क मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी चिंता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी साझा कर दी है। बुधवार को पीएम मोदी के साथ हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग में सीएम योगी ने आग्रह किया कि दिल्ली और उससे सटे जिलों के लिए अलग से समग्र नीति बननी चाहिए। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में उपचार और राहत के लिए की गई व्यवस्थाओं की जानकारी देने के साथ ही लक्षण रहित कोरोना संक्रमित मरीजों को भी कोविड अस्पतालों में भर्ती किए जाने की अनुमति मांगी है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार दोपहर में विभिन्न प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बारी आई तो उन्होंने आग्रह किया कि दिल्ली और उससे सटे जिलों के लिए एक समग्र नीति बनाई जाए। इन क्षेत्रों में लगातार आवागमन होता रहता है। इसको देखते हुए कोविड-19 के संदिग्ध और लक्षणरहित संक्रमित व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण लगाया जा सके। योगी ने कहा कि कोविड-19 से संक्रमित लक्षणरहित मरीजों को होम क्वारंटाइन में रखने पर जरूरी अनुशासन का पालन नहीं हो पाता। संक्रमित व्यक्ति से उसके परिजनों को संक्रमण के जोखिम के साथ ही परिवार के संपर्क में आए अन्य व्यक्तियों से संक्रमण के प्रसार की आशंका बनी रहती है।

जताया पीएम का आभार, मजबूत हुआ यूपी का इन्फ्रास्ट्रक्चर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताते हुए कहा कि भारत सरकार के सहयोग से राज्य में चिकित्सा इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में बहुत मदद मिली है। इस समय प्रदेश में लेवल-1, लेवल-2, लेवल-3 के कुल 503 कोविड अस्पताल हैं। इन अस्पतालों में कुल एक लाख एक हजार 236 बेड उपलब्ध हैं। कोविड-19 के संक्रमण की जांच के लिए पांच लाख से अधिक टेस्ट हो चुके हैं। प्रतिदिन लगभग 16,000 टेस्ट किए जा रहे हैं। 20 जून, 2020 तक इसे बढ़ाकर 20,000 किए जाने का लक्ष्य है। सभी जिलों ट्रूनेट मशीनें दी गई हैं। पीएम को बताया कि राज्य में कम्युनिटी सर्विलांस व्यवस्था को मजबूत किया गया है। एक लाख 21 हजार 746 टीमों द्वारा 92.1 लाख घरों का भ्रमण कर 4.70 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। 70,000 निगरानी समितियां बनाई गई हैं।

कामगार-श्रमिकों के लिए बनाया है आयोग : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी को उत्तर प्रदेश कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग के गठन की जानकारी भी दी। बताया कि आयोग ने काम करना भी शुरू कर दिया है। अब तक कुल 95 लाख श्रमिकों-कामगारों को रोजगार और स्वरोजगार से जोडऩे में सफलता मिली है। कृषि और उससे जुड़े क्षेत्रों में यह संख्या लगभग 60 लाख है। लगभग 35 लाख श्रमिकों-कामगारों को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम व अन्य बड़े उद्योगों से जोड़ा गया है। इसके अलावा प्रधानमंत्री आर्थिक पैकेज के तहत पहले चरण में 57 हजार एमएसएमई उद्यमियों को ऋण दिया गया है। एक लाख 10 हजार उद्यमियों को ऋण दिलाने की प्रक्रिया प्रगति पर है।


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