मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश, कोरोना पीड़ित परिवारों के घर जाकर दें खतौनी की नकल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड-19 की महामारी के कारण जिन लोगों का निधन हुआ है उन भू-स्वामियों की वरासत उनके विधिक उत्तराधिकारियों के पक्ष में खतौनी में दर्ज करने के लिए मंगलवार से विशेष वरासत अभियान शुरू किया गया है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : कोरोना संक्रमण के कारण दिवंगत हुए प्रदेशवासियों के परिवारों की मदद के लिए योगी सरकार लगातार फैसले कर रही है। निराश्रित बच्चों की पढ़ाई और लालन-पालन का जिम्मा सरकार ले चुकी है। निराश्रित महिलाओं के लिए योजना बनाई जा रही है। इसी तरह कोरोना महामारी में जान गंवाने वालों के उत्तराधिकारियों के लिए विशेष विरासत अभियान शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि अधिकारी पीडि़त के घर जाकर खतौनी की नकल दें।
लोकभवन में मंगलवार को उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड-19 की महामारी के कारण जिन लोगों का निधन हुआ है, उन भू-स्वामियों की वरासत उनके विधिक उत्तराधिकारियों के पक्ष में खतौनी में दर्ज करने के लिए मंगलवार से विशेष वरासत अभियान शुरू किया गया है। इस महत्वपूर्ण अभियान का लाभ सभी जरूरतमंदों को दिलाया जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि राजस्व विभाग के अधिकारी लाभार्थी के घर पर खतौनी की नकल उपलब्ध कराएं।
कोरोना संक्रमण की प्रस्तावित तीसरी लहर से बचाव के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अनेक औद्योगिक इकाइयां प्रदेश में हेल्थ एटीएम स्थापित करना चाहती हैं। इन इकाइयों से बातचीत कर एटीएम लगाने में सहयोग दें। साफ-सफाई, कूड़ा निस्तारण आदि पर भी सीएम का जोर है। उन्होंने कहा कि नगरीय निकायों का सीमा विस्तार किया गया है। नगरीय क्षेत्र में शामिल हुए गांवों में साफ-सफाई, ड्रेनेज व कूड़ा निस्तारण जैसी सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अमृत योजना और स्मार्ट सिटी मिशन के सभी काम तेजी से पूरे कराएं। डूडा और सूडा के काम की गुणवत्ता का परीक्षण कराया जाना चाहिए। इसी तरह मुख्यमंत्री ने बाल संरक्षण गृह व महिला संरक्षण गृहों की व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए विभागीय मंत्री तथा वरिष्ठ अधिकारियों को निरीक्षण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अधिक गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ी है। इसे देखते हुए बिजली आपूर्ति की सुचारु व्यवस्था की जाए।