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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश- मेडिकल स्क्रीनिंग, एंबुलेंस सेवा और सर्विलांस के लिए बनाएं एकीकृत कमांड सेंटर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफतौर पर कहा कि कोविड संक्रमण पर काबू पाने की कोशिशों में जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sat, 18 Jul 2020 01:01 AM (IST)Updated: Sat, 18 Jul 2020 06:10 AM (IST)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश- मेडिकल स्क्रीनिंग, एंबुलेंस सेवा और सर्विलांस के लिए बनाएं एकीकृत कमांड सेंटर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश- मेडिकल स्क्रीनिंग, एंबुलेंस सेवा और सर्विलांस के लिए बनाएं एकीकृत कमांड सेंटर

लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेडिकल स्क्रीनिंग, एंबुलेंस सेवा और सर्विलांस गतिविधियों की बेहतर निगरानी तथा नियंत्रण के लिए राज्य मुख्यालय और जिला स्तर पर एकीकृत कमांड सेंटर की स्थापना के निर्देश दिए हैं। कमांड सेंटर का संचालन राहत आयुक्त कार्यालय में लागू व्यवस्था की तर्ज पर करने के लिए कहा है। उन्होंने साफतौर पर कहा कि कोविड संक्रमण पर काबू पाने की कोशिशों में जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को शुक्रवार की रात 10 बजे से सोमवार की प्रात: पांच बजे तक पूर्व की भांति ही लागू किए गए प्रतिबंध का कड़ाई से पालन करवाने के निर्देश दिए। स्वच्छता, सैनिटाइजेशन व संचारी रोग नियंत्रण अभियान जारी रहेगा। शनिवार व रविवार को साप्ताहिक बंदी रहेगी। लोग अनावश्यक घर से बाहर न निकलें। कोविड-19 के संक्रमण को हर हाल में रोकने के संकल्प को भी मुख्यमंत्री ने दोहराया।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की और फिर रात में इसी मुद्दे पर वीडियो कांफ्रेंसिंग कर मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने कंटेनमेंट जोन और शनिवार, रविवार को संचालित होने वाले विशेष स्वच्छता व सैनिटाइजेशन अभियान की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक स्वच्छता अभियान चलाने व संचारी रोगों के रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाने के भी निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कहीं भी जलभराव न हो, फागिंग का कार्य किया जाए और शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। शहरी क्षेत्रों में सर्विलांस टीम के जरिए घर-घर जाकर सर्वे के माध्यम से मेडिकल स्क्रीनिंग पर जोर दिया। निर्देश दिया कि 25 लाख से कम आबादी वाले जिलों में रोजाना न्यूनतम 500 तथा इससे अधिक जनसंख्या वाले जिलों में प्रतिदिन कम से कम एक हजार रैपिड एंटीजन टेस्ट किए जाएं। स्वास्थ्य विभाग छोटे जिलों में पांच हजार और बड़े जिलों में 10 हजार टेस्टिंग किट की उपलब्धता हमेशा बनाए रखे। सर्विलांस टीम के सर्वे में संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध पाए जाने वाले व्यक्तियों का रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाए। टेस्ट में संक्रमित मिलने पर उन्हें यथाशीघ्र कोविड अस्पताल भेजा जाए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभागों को अपनी सभी इकाइयों को पूरी तरह सक्रिय रखने को कहा है। सभी वेंटिलेटर को क्रियाशील रखने के साथ यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस में वेंटिलेटर कार्यशील रहें। कोविड तथा नॉन कोविड चिकित्सालयों के लिए अलग-अलग एंबुलेंस की व्यवस्था करें, जिनमें ऑक्सीजन की अनिवार्य उपलब्धता के साथ यह पहले से तय रखा जाए कि मरीज को किस अस्पताल में भर्ती कराना है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव/सचिव स्तर के अधिकारी अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में स्वच्छता अभियान में तेजी लाएं। प्रत्येक जरूरतमंद को खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। टिड्डी दल के मूवमेंट पर लगातार नजर रखते हुए इसके नियंत्रण के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि संजय गांधी पीजीआई, डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान और केजीएमयू के विशेषज्ञों की टीम बनाई गई है। यह टीम अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे के समन्वय से काम करेगी। कोविड-19 के संबंध में किसी भी प्रकार की समस्या आने पर उसका समाधान करेगी।


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