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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश- जरूरत पड़ने पर आगे भी जारी रखें विशेष स्वच्छता अभियान

सीएम योगी आदित्यनाथ ने चेताया है कि स्वच्छता अभियान में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। जिलों को अभियान के संचालन से संबंधित फोटोग्राफ शासन को भेजने होंगे।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sat, 11 Jul 2020 01:10 AM (IST)Updated: Sat, 11 Jul 2020 01:10 AM (IST)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश- जरूरत पड़ने पर आगे भी जारी रखें विशेष स्वच्छता अभियान

लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण व संचारी रोगों की रोकथाम के लिए गंभीर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 11 और 12 जुलाई को प्रदेश के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित किए जाने वाले विशेष स्वच्छता व सैनिटाइजेशन अभियान को 13 जुलाई को भी चलाने का निर्देश दिया है। जरूरत पड़न पर इसे आगे भी जारी रखने के लिए कहा है। उन्होंने चेताया है कि इस अभियान में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। जिलों को अभियान के संचालन से संबंधित फोटोग्राफ शासन को भेजने होंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय खुद इस अभियान की समीक्षा करेगा।

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शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर विशेष स्वच्छता अभियान को लेकर सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों सहित पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंसग करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिलों में अभियान प्रत्येक स्तर पर चलना चाहिए। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक अभियान के दौरान जिले का भ्रमण करेंगे। सफाई का काम दो शिफ्ट में किया जाएगा। शाम को फॉगिंग होगी। सैनिटाइजेशन के लिए उन्होंने फायर टेंडर और चीनी मिलों के उपकरणों की सहायता लेने के लिए कहा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अभियान के दौरान घर-घर जाकर मेडिकल स्क्रीनिंग की जाएगी। संक्रमण पाए जाने पर मरीज को तत्काल अस्पताल भेजने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कानपुर और झांसी जिलों में विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया। अभियान को प्रभावी बनाने के लिए निगरानी समितियों को सक्रिय करने के लिए कहा। अधिकारियों को ताकीद किया कि लोग अनावश्यक घरों से बाहर न निकलें। मास्क न पहनने वालों पर नियमानुसार कार्यवाही करते हुए उन्हें मास्क उपलब्ध कराने का निर्देश भी दिया।

वरिष्ठ अधिकारी होंगे नोडल अफसर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी जिलों में विशेष सचिव स्तर के नोडल अधिकारी और स्वास्थ्य अधिकारी पहले से मौजूद हैं। अब 11 व 12 जुलाई को नोडल अधिकारी के तौर पर वरिष्ठ अधिकारी सभी जिलों में जाकर अभियान की निगरानी करेंगे।

बीएचयू , झांसी व कानपुर मेडिकल कॉलेज में नोडल अफसर तैनात : कोविड-19 की व्यवस्थाओं के पर्यवेक्षण के लिए आइएमएस बीएचयू, राजकीय मेडिकल कॉलेज झांसी व कानुपर में नोडल अफसर तैनात कर दिए गए हैं। यह कोरोना नियंत्रण के लिए माइक्रो प्लान तैयार करेंगे। मेडिकल स्क्रीनिंग पर जोर और मेडिकल इंफेक्शन से कोरोना वारियर्स को बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम करेंगे। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय ( बीएचयू) के मेडिकल कॉलेज के लिए नोडल अधिकारी केजीएमयू के गठिया रोग विभाग के डॉ. अनुपम वाखलू और संयुक्त निदेशक मलेरिया डॉ. अवधेश कुमार यादव को नोडल अधिकारी बनाया गया है। वहीं कानपुर के मेडिल कॉलेज के लिए केजीएमयू के आर्थोपेडिक विभाग के प्रोफेसर डॉ. आशीष कुमार और संयुक्त निदेशक मानसिक स्वास्थ्य डॉ. सुनील कुमार को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उधर झांसी मेडिकल कालेज का नोडल अधिकारी संजय गांधी पीजीआइ के सीवीटीएस विभाग के डॉ. एसके अग्रवाल और संयुक्त निदेशक मलेरिया डॉ विकास ङ्क्षसघल को नोडल अफसर बनाया गया है।


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