छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आरोप- केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को बचाना चाहते हैं पीएम मोदी, इसलिए खामोश
Lakhimpur Kheri Violence छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को लखनऊ में रहते हुए भी लखीमपुर की घटना पर खामोश रहने के लिए कठघरे में खड़ा किया है। कहा घटना के लिए जिम्मेदार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को प्रधानमंत्री बचाना चाहते हैं।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को लखनऊ में रहते हुए भी लखीमपुर की घटना पर खामोश रहने के लिए कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि घटना के लिए जिम्मेदार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र 'टेनी' को प्रधानमंत्री बचाना चाहते हैं। उन्हें बर्खास्त नहीं करना चाहते हैं। इसी वजह से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अजय मिश्र योगी के खेमे के नहीं है। सीएम योगी आदित्यनाथ से पूछे बिना पीएम नरेन्द्र मोदी ने अजय मिश्र को गृह राज्य मंत्री बनाया। यही वजह थी कि अजय मिश्र की ओर से आयोजित कार्यक्रम में योगी नहीं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य गए थे। इन्हीं कारणों से योगी भी इस मामले में चुप्पी साधे हैं।
लखीमपुर घटना के बाद योगी सरकार की ओर से लखनऊ के एयरपोर्ट पर अपने आगमन पर लगाई गई रोक के बावजूद भूपेश बघेल मंगलवार दोपहर लगभग डेढ़ बजे राजधानी के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे। पुलिस ने उन्हें हवाई अड्डे से बाहर जाने से रोका तो बघेल एयरपोर्ट में ही धरने पर बैठ गए।
कांग्रेस पार्टी की ओर से हाल ही में उत्तर प्रदेश का वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किये जाने के बाद पहली बार लखनऊ बघेल ने एयरपोर्ट से ही आनलाइन प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि लखीमपुर और गोरखपुर की घटनाएं बता रही हैं कि योगी सरकार तानाशाही के रास्ते पर चल रही है। इस सरकार में जो न्याय की मांग कर रहे हैं, उनकी गिरफ्तारी हो रही है और अपराधी आजाद घूम रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साढ़े चार साल जनता का दमन किया, छह महीने और करेंगे। इसके बाद जनता की बारी आएगी। मीडिया से सवाल भी किया कि सरकार लोगों को लखीमपुर खीरी जाने से रोक कर क्या छिपाना चाहती है और किसे बचाना चाहती है?
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि लखनऊ एयरपोर्ट पर उन्होंने पुलिस अधिकारियों को बताया कि वह लखीमपुर खीरी नहीं सीतापुर में निरुद्ध कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा से मिलने जा रहे हैं। जब पुलिस इस पर भी नहीं मानी तो उन्होंने कहा कि वह राजधानी में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ्तर जाना चाहते हैं लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उनकी नहीं सुनी। पुलिसकर्मियों ने उन्हें बताया कि राजधानी में धारा-144 लागू है। इस पर उन्होंने पुलिसकर्मियों से पूछा कि जब धारा-144 लागू है तो आज लखनऊ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम कैसे हो रहा है? इतना ही नहीं, उनकी अगवानी के लिए गए कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया व पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी को भी पुलिस ने एयरपोर्ट में दाखिल नहीं होने दिया। बघेल शाम को दिल्ली वापस चले गए।