विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 200 बेरोजगारों से ठगी
पीडि़तों ने हजरतगंज कोतवाली में दर्ज कराई रिपोर्ट। कार्यालय में ताला लगाकर जालसाज हुए फरार, प्रदर्शन।
लखनऊ, जेएनएन। हजरतगंज स्थित हबीबुल्लाह स्टेट में निजी कंपनी का कार्यालय खोलकर 200 बेरोजगारों को विदेश भेजने के नाम पर करोड़ों रुपयों की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। कंपनी में ताला लगाकर जालसाज फरार हुए तब बेरोजगारों को अपने साथ ठगी का पता चला। उन्होंने हजरतगंज कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई है। शुक्रवार को पीडि़तों ने कंपनी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन भी किया। हंगामा होता देख पुलिस ने पीडि़तों को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया।
इंस्पेक्टर हजरतगंज राधारमण सिंह के मुताबिक 118 बेरोजगारों के हस्ताक्षर युक्त तहरीर पर एसएस इंटरनेशनल कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई है। मामले की जांच की जा रही है। ठगी का शिकार अधिकांश युवक गोरखपुर, महाराजगंज, देवरिया और बिहार के हैं। ठगों ने बेरोजगारों को यूरोप की बड़ी कंपनियों में नौकरी का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया। इसके बाद नौकरी दिलाने के लिए करोड़ों रुपये ऐंठे और पासपोर्ट लेकर भाग निकले। एसएस इंटरनेशनल कंपनी बेरोजगारों को फंसाने के लिए विज्ञापन का सहारा लेती है। विज्ञापन देखने के बाद पूर्वांचल और बिहार से सैकड़ों युवकों ने कंपनी के कर्मचारियों से संपर्क किया। कंपनी के कर्मचारियों ने ऑफिस बुलाया। वहां उन्हें विदेश जाने के लिए जरूरी दस्तावेज जमा करने को कहा। बेरोजगारों की माने तो कंपनी के निर्देश पर सभी जरूरी दस्तावेज जमा करा दिए। यहां तक की युवकों के पासपोर्ट को भी जमा करवा लिया गया।
विदेश जाने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वीजा और टिकट का आश्वासन देकर उन्हें अपने जिलों में जाने के लिए कह दिया। बलिया निवासी अजय कुशवाहा के मुताबिक कुछ महीने पहले कंपनी के बारे में जानकारी मिली। बातचीत करने पर पता चला कि फोरमैन की नौकरी मिलेगी, एक लाख रुपये जमा कराए। कंपनी ऐसे ही कई बेरोजगारों से दो करोड़ की रकम लेकर भाग निकली। प्रत्येक पीडि़त से मेडिकल के नाम पर 25 हजार रुपये अतिरिक्त वसूले गए। बचे हुए रकम को कंपनी ने वीजा और टिकट देते समय जमा करने के लिए कहा गया।