यूपी में 1725 तब्लीगी जमातियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल, 175 विदेशी नागरिक भी शामिल
यूपी के 20 जिलों में पुलिस तब्लीगी जमातियों के विरुद्ध दर्ज 225 मुकदमों में करीब 1725 आरोपितों के खिलाफ आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल कर चुकी है।
लखनऊ, जेएनएन। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात में शामिल हुए जिन स्थानिय और विदेशी नागरिकों ने कोरोना का संक्रमण फैलाने में अहम भूमिका निभाई थी, उनके विरुद्ध यूपी पुलिस ने कानूनी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। 20 जिलों में पुलिस तब्लीगी जमातियों के विरुद्ध दर्ज 225 मुकदमों में करीब 1725 आरोपितों के खिलाफ आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल कर चुकी है। जमातियों के विरुद्ध कुल 323 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इन मामलों में जल्द कानूनी प्रकिया और आगे बढ़ेगी। आरोपित विदेशी नागरिकों के लिए अपने वतन वापस लौटने की राह भी आसान नहीं होगी।
दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी मरकज में गए उत्तर प्रदेश के करीब 2856 लोगों की पहचान की गई थी। पुलिस ने एक मार्च के बाद निजामुद्दीन मरकज से आए तब्लीगी जमातियों के विरुद्ध 276 मुकदमे दर्ज किए हैं, जिनमें करीब 2259 आरोपित हैं। ऐसे ही पुलिस ने एक फरवरी के बाद निजामुद्दीन मरकज से शामिल होकर सूबे में आए 325 विदेशी नागरिकों की पहचान की थी। पुलिस ने विदेशी नागरिकों के विरुद्ध 47 मुकदमे दर्ज किए हैं, जिनमें 308 आरोपित हैं। पुलिस ने पांच जून तक 225 मुकदमों में आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल कर चुकी है। इनमें विदेशी नागरिकों के विरुद्ध दर्ज 31 मुकदमों में करीब 175 आरोपितों के खिलाफ आरोपत्र दाखिल किया गया है।
पुलिस ने लॉकडाउन के उल्लघंन, एपिडेमिक एक्ट,फॉरेन एक्ट, वीजा नियमों के उल्लंघन के तहत दर्ज मुकदमों में तेजी से जांच करते हुए आरोपितों पर कानूनी शिकंजा कसा है। शेष मुकदमों में भी जल्द आरोपपत्र दाखिल किए जाने की तैयारी है। ध्यान रहे, पुलिस ने तब्लीगी जमातियों के विरुद्ध सबसे अधिक मुकदमे मेरठ जोन में दर्ज किए थे। पुलिस ने जांच के दौरान 259 विदेशी नागरिकों के पासपोर्ट भी जब्त किए थे। जो टूरिस्ट वीजा के जरिए आए थे और यहां बिना सूचना के दूसरे आयोजनों में शामिल हो रहे थे। विदेशी नागरिकों में 66 नेपाली भी शामिल हैं, जिनमें 17 नेपाली नागरिकों के विरुद्ध एफआइआर नहीं दर्ज है।