Merry Christmas 2019: प्रभु यीशु के अवतरण के उल्लास में डूबा लखनऊ, आज यहां विशेष कार्यक्रम
लखनऊ मंगलवार को धर्माध्यक्ष फादर डॉ.जेराल्ड जॉन मथाइस ने की पारंपरिक पूजा। आज लखनऊ के विभिन्न इलाकों में विशेष कार्यक्रम बदली रहेगी यातायात व्यवस्था।
लखनऊ, जेएनएन। रोशनी से नहाए गिरजाघर में रात के करीब नौ बजे थे। ईसाई समाज के लोगों के आने का क्रम शुरू हो चुका था। प्रभु यीशु की प्रतिमा के आगे मोमबत्ती जलाकर लोग प्रभु के अवतरण का इंतजार कर रहे थे। मौका था, मंगलवार को हजरतगंज के कैथेड्रल में प्रभु यीशु के अवतरण के उल्लास का।
रात्रि के 11 बज चुके थे। क्वायर संगीत के माध्यम से प्रभु यीशु का गुणगान शुरू कर चुका था। गोशाले की चरनी में जन्मा यीशु महान..., जग में आया मरियम का लाल... और जग के पालनहार... जैसे कई गीतों के बीच विश्वासियों ने प्रभु की प्रार्थना की और मोमबत्ती जलाई। करीब 50 मिनट के बाद प्रभु के अवतरण की बारी आई। कपड़े से ढके प्रभु यीशु के प्रतीक को धर्माध्यक्ष डॉ. जेराल्ड जॉन मथायस ने मध्यरात्रि के 12 बजते ही खोला तो पूरा परिसर उल्लास में डूब गया। फादर डॉ.डोनाल्ड डिसूजा समेत फादर के दल ने प्रणाम मरियम, कृपा पूर्ण प्रभु तेरे साथ हैं, धन्य तू स्त्रियों में और धन्य तेरे गर्भ का फल यीशु। इसी के साथ मेरी क्रिसमस से पूरा परिसर गुंजायमान हो उठा। एक दूसरे को गले लगाकर क्रिसमस की बधाई देने का क्रम शुरू हुआ तो देर रात तक चलता रहा। कैथेड्रल के कोने पर बनी चरनी (गोशाला) में प्रभु यीशु की प्रतिमा को स्थापित किया गया।
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खुली झांकी तो उमड़े दर्शक
चरनी में मां मरियम की गोद में खेलते प्रभु यीशु तो दूसरी ओर आम लोगों के दुख में शरीक होते प्रभु। कुछ ऐसी ही झांकियों के बीच प्रभु यीशु के अवतरण की कहानी बयां करती झांकी कैथेड्रल की शोभा में चार चांद लगा रही थी। आदम कद पोस्टरों के माध्यम से विश्वासियों को प्रभु यीशु की दास्तां बताई जा रही थी। हजरतगंज में मेले जैसा माहौल देर रात तक नजर आया। सप्रू मार्ग के प्रेम निवास में भी झांकियों में प्रभु यीशु नजर आए। वहीं बुधवार को सुरक्षा कारणों से कैथेड्रल में नृत्य नाटिका का आयोजन नहीं होगा।
होली रिडीमर चर्च में दिखा उल्लास
आलमबाग के होली रिडीमर चर्च में पुतलों के साथ प्रभु यीशु के अवतरण से लेकर उनके सामाजिक कार्यों के बारे में बताया गया है। संजय लांजरस ने बताया कि लालबाग, चारबाग के साथ ही सभी गिरजाघरों में विविध आयोजन किए गए। फादर मॉरिस कुमार ने बताया कि आलमबाग बस अड्डे के सामने, अलीगंज, चौक व लालबाग सहित अन्य गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभाओं के साथ अवतरण हुआ। सेंट पीटर्स चर्च के प्रवक्ता वी सिंह की मौजूदगी में मोमबत्ती जलाकर प्रभु के गीत गाए गए। अवतरण के देर रात लालबाग के एपीफेनी चर्च में प्रभु यीशु का अवतरण हुआ।
आज यहां आयोजन
- एपीफेनी चर्च लालबाग: सुबह आठ बजे
- कैथेड्रल हजरतगंज: सुबह आठ बजे
- होलीरिडीमर चर्च आलमबाग: सुबह नौ बजे
- एबीसी राजाजीपुरम: सुबह नौ बजे
- लाइफ स्प्रिंग चर्च एमजी मार्ग: सुबह नौ बजे
- मिशनरी चर्च राजाजीपुरम: सुबह नौ बजे
- क्राइस्ट चर्च इंटर कॉलेज क्रिसमस मिलन: सुबह 10 बजे
- सेलमॉन मेथोडिस्ट चर्च रायबरेली रोड: सुबह 9:30 बजे
- सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च लालबाग: सुबह 9:30 बजे
- इंगलिश मेथोडिस्ट चर्च लालबाग: सुबह 10 बजे
- एबीसी अलीगंज: सुबह 10 बजे
- एबीसी गोमतीनगर: सुबह 10 बजे
- एबीसी विक्रमादित्य मार्ग: सुबह 10 बजे
- दुआ का घर महानगर: सुबह 10 बजे
- जियान चर्च, चिनहट: सुबह 10 बजे
- एबीसी सुजानपुरा: सुबह 10:30 बजे
- राष्ट्रीय मसीही मित्र मंच की ओर से विशेष प्रार्थना, उत्सव लॉन बाराबिरवा: सुबह 11 बजे
- कैथेड्रल हजरतगंज में मिलन समारोह: शाम पांच बजे