इलाहाबाद में सीबीआइ ने शुरू की राजू पाल हत्याकांड जांच
सीबीआइ ने संगमनगरी इलाहाबाद के विख्यात बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल हत्याकांड की जांच आज से शुरू कर दी है। सीबीआइ 11 वर्ष बाद इस मामले जांच शुरू कर रही है। इस हत्याकांड में समाजवादी पार्टी के नेता अतीक अहमद तथा उनके भाई अशरफ मुख्य आरोपी है।
लखनऊ। सीबीआइ ने संगमनगरी इलाहाबाद के विख्यात बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल हत्याकांड की जांच आज से शुरू कर दी है। सीबीआइ 11 वर्ष बाद इस मामले जांच शुरू कर रही है। इस हत्याकांड में समाजवादी पार्टी के नेता अतीक अहमद तथा उनके भाई अशरफ मुख्य आरोपी है।
इलाहाबाद में 2005 में बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल की नृशंस हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड के बाद काफी बवाल हुआ और माफिया डॉन सपा नेता बाहुबली सांसद अतीक अहमद के साथ उसके भाई को मुख्य आरोपी बनाया गया। मामला सीबीआई के पास पहुंचा, जब जांच के लिए सीबीआई टीम पहुंची तो दिवंगत राजू पाल की विधवा वर्तमान में बहुजन समाज पार्टी की विधायक पूजा पाल ने बाहुबली अतीक अहमद से अपनी जान को खतरा बताते हुए खुद के लिए और इस केस से जुड़े गवाहों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जाने की मांग की।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जांच एजेंसी सीबीआई की टीम कल इलाहाबाद पहुंची। टीम ने इलाहाबाद के पुलिस अफसरों से मुलाकात करने के बाद उनसे पूरी मदद करने को कहा है। सीबीआई से पहले यूपी पुलिस और सीबीसीआईडी भी इस मामले की जांच कर अदालत में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। दोनों ही चार्जशीट में अतीक और उसके भाई अशरफ को आरोपी माना गया है।
राजू पाल की विधवा और इलाहाबाद पश्चिम से बहुजन समाज पार्टी की विधायक पूजा पाल की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने इसी वर्ष 22 जनवरी को इस मामले में की सीबीआई जांच का आदेश दिया थïा। 11 वर्ष से अधिक समय बीतने के बाद शीर्ष अदालत के आदेश के बाद सीबीआई इस चर्चित हत्याकांड में काफी सक्रियता से काम कर रही है।
इलाहाबाद पश्चिम से बहुजन समाज पार्टी के विधायक रहे राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को इलाहाबाद के धूमनगंज इलाके में दिनदहाड़े हत्या की गई थी। इस हत्या से महज नौ दिन पहले 16 जनवरी को विधायक राजू पाल ने पूजा पाल से शादी की थी।