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उन्नाव दुष्कर्म कांड में चाचा और छोटी बहनों से सीबीआइ ने लिये बयान

दुष्कर्म पीडि़त किशोरी की बहनों और चाचा को कड़ी सुरक्षा के बीच लखनऊ ले जाया गया। जहां शाम करीब चार बजे से उनके बयान लेने की प्रक्रिया शुरू हुई।

By Ashish MishraEdited By: Published: Tue, 29 May 2018 09:37 AM (IST)Updated: Tue, 29 May 2018 09:37 AM (IST)
उन्नाव दुष्कर्म कांड में चाचा और छोटी बहनों से सीबीआइ ने लिये बयान
उन्नाव दुष्कर्म कांड में चाचा और छोटी बहनों से सीबीआइ ने लिये बयान

उन्नाव (जेएनएन)। माखी दुष्कर्मकांड की जांच कर रही सीबीआइ ने सोमवार को पीडि़ता की छोटी बहनों और चाचा को बयान देने के लिए लखनऊ तलब किया। दुष्कर्म पीडि़त किशोरी की बहनों और चाचा को कड़ी सुरक्षा के बीच लखनऊ ले जाया गया। जहां शाम करीब चार बजे से उनके बयान लेने की प्रक्रिया शुरू हुई। तीनों से किशोरी के पिता की हत्या के मामले में पूछताछ की गई।

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जेल बंदियों से भी होगी पूछताछ

दुष्कर्म पीडि़ता के पिता की हत्या के मामले में सीबीआइ सोमवार को जिला जेल पहुंची। सूत्रों के मुताबिक टीम ने उस बैरक का सारा ब्यौरा तलब किया है जिसमें चार से नौ अप्रैल तक पीडि़ता के पिता को रखा गया। सीबीआइ ने जेल प्रशासन ने उस बैरक में रहे बंदियों के नाम आदि की पूरी जानकारी हासिल कर सूची तैयार कर रही है। अब इन बंदियों से भी सीबीआइ पूछताछ कर सकती है।

तेज हुई पेशबंदी

किशोरी से दुष्कर्म मामले में सीबीआइ की तेजी के साथ ही पेशबंदी भी तेज हो गई है। रविवार को माखी गांव की सुशीला मिश्रा ने थाने में तहरीर देकर पीडि़ता के चाचा पर विधायक का पक्ष लेने पर डराने-धमकाने का आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग की। कार्रवाई न होने पर 10 घंटे बाद ही फिर शिकायतकर्ता महिला व ग्रामीणों ने एसपी से मिलकर एफआइआर दर्ज न किए जाने का आरोप लगा कार्रवाई की मांग की।

रची जा रही साजिश

पीडि़ता के चाचा ने कहा कि वह रविवार को गांव गए थे, लेकिन शासन-प्रशासन की तरफ से मिले गनर और चार क्यूआरटी जवानों के साथ। वह सभी इस बात के गवाह है, उनका किसी से कोई विवाद नहीं हुआ। सुरक्षाकर्मी पूरे वक्त उसके साथ रहे। यह पेशबंदी के लिए साजिश मात्र है। कुछ लोगों को आगे करके विधायक और उनके करीबी मामले को उलझाने का प्रयास कर रहे हैं।

शिकायत को हाईलाइट करने का प्रयास

पीडि़ता के चाचा पर लगे आरोप को चर्चा में लाने के लिए रात से ही प्रयास शुरू हो गए थे। थाने पर शिकायत के साथ ही उसे मीडिया तक पहुंचाने का क्रम रात में ही शुरू हो गया। सोमवार को महिला जब एसपी कार्यालय पहुंची तो कई मीडिया कर्मियों को बताया ही नहीं गया। बाद में विजुअल स्क्रिप्ट ही नहीं एसपी के वर्जन की बाइट तक मीडिया कर्मियों को देने के साथ ही खबर चलाने और दिखाने का भी दबाव बनाया गया।

शिकायत पर जांच के आदेश दिए है

एसपी हरीश कुमार ने बताया कि कोई दो लोग मिलने आए थे, उनका आरोप था कि दुष्कर्म पीडि़ता का चाचा उन्हें डरा-धमका रहा है और एक बेटे को जेल भिजवाने की बात कह रहे है। उनकी शिकायत पर जांच के आदेश एसओ माखी को दे दिए गए हैं। अगर ऐसा हुआ है तो कार्रवाई की जाएगी। 


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