प्रयागराज में बैंक घोटाले की होगी सीबीआइ जांच, सीएम योगी के निर्णय के बाद तैयारी में जुटा गृह विभाग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में बैंक ऑफ इंडिया की करेंसी चेस्ट से 4.25 करोड़ के गबन के मामले में सीबीआई जांच कराने का निर्णय लिया है।
लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में बैंक ऑफ इंडिया की करेंसी चेस्ट से 4.25 करोड़ के गबन के मामले में सीबीआई जांच कराने का निर्णय लिया है। गृह विभाग घटना की सीबीआई जांच कराने के लिए केंद्र सरकार को पत्र भेजने की तैयारी कर रहा है।
प्रयागराज में बैंक ऑफ इंडिया की सुलेमसराय, धूमनगंज शाखा के करेंसी चेस्ट से 4.25 करोड़ रुपये के गबन का मामला बैंक की आडिट रिपोर्ट में तीन जुलाई 2019 को पकड़ा गया था। तब शाखा प्रबंधक ने धूमनगंज थाने में करेंसी चेस्ट प्रभारी वशिष्ठ कुमार राम के अलावा निजी व्यक्ति संजीव मिश्रा व एसके मिश्रा के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी।
प्रयागराज पुलिस जब मामले की जांच कर रही थी, उसी दौरान आरोपित वशिष्ठ कुमार राम ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। उसे पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की गई थी, लेकिन कोई बरामदगी नहीं हो सकती थी। नवंबर 2019 में पुलिस ने वशिष्ठ कुमार राम के खिलाफ आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल किया था।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि रिजर्व बैंक की गाइड लाइन के अनुरूप किसी बैंक के करेंसी चेस्ट से रकम गायब होने के मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने इस संबंध में शासन को एक पत्र लिखकर प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की सिफारिश की थी। मुख्यमंत्री ने सीबीआई जांच कराने के निर्देश दिए हैं, जिन पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।