शस्त्र लाइसेंस के दुरुपयोग का मामला- निशानेबाजी से नाता टूटने के बाद भी विदेश से असलहे लाया था अब्बास अंसारी
अब्बास पिस्टल इवेंट का शूटर भी नहीं है और इसके बावजूद वह स्लोवेनिया से पिस्टल भी खरीदकर लाया था। नियम के अनुरूप उसके शस्त्र लाइसेंस पर अधिकतम सात असलहे चढ़ सकते थे पर उसने दिल्ली पुलिस की मदद से आठवां शस्त्र भी चढ़वा लिया था।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो: माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक पुत्र अब्बास अंसारी के एक शस्त्र लाइसेंस पर नियम विरुद्ध विदेश से चार घातक असलहे खरीदने के मामले में कई और चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। एसटीएफ को जांच में पता चला है कि अब्बास अंसारी ने बतौर निशानेबाज वर्ष 2015 के बाद किसी प्रतियोगिता में भागीदारी नहीं की, जबकि वह वर्ष 2016 व उसके बाद भी विदेश से घातक असलहे खरीदकर लाया।
अब्बास पिस्टल इवेंट का शूटर भी नहीं है और इसके बावजूद वह स्लोवेनिया से पिस्टल भी खरीदकर लाया था। नियम के अनुरूप उसके शस्त्र लाइसेंस पर अधिकतम सात असलहे चढ़ सकते थे, पर उसने दिल्ली पुलिस की मदद से आठवां शस्त्र भी चढ़वा लिया था।
आशंका है कि वह कुछ और असलहे भी लेकर आया था और उनमें कुछ शस्त्रों को यहां बेच भी दिया। इसे लेकर भी छानबीन चल रही है। दिल्ली पुलिस ने वर्ष 2021 में अब्बास का शस्त्र लाइसेंस निरस्त किया था। अब्बास विदेश से असलहों के साथ 4531 कारतूस भी लाया था।
एसटीएफ ने लखनऊ के महानगर थाने में अब्बास अंसारी के विरुद्ध दर्ज शस्त्र लाइसेंस के दुरुपयोग के मुकदमे में अनुपूरक आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया है। जांच से जुड़े सभी अहम तथ्यों को उसमें शामिल किया गया है, जिसके बाद अब जांच एजेंसी अब्बास के विरुद्ध आरोप तय कराने के लिए अपनी पैरवी के कदम बढ़ाएगी।
पूरे मामले में अब्बास के अलावा पुलिस व कस्टम के अधिकारियों की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं। अब्बास अंसारी ने एक ही शस्त्र लाइसेंस पर विदेश से प्रतिबंधित बोर के चार असलहे खरीदे थे, जिन्हें बतौर निशानेबाज उसे लेने का अधिकार नहीं था।
अब्बास ने उत्तर प्रदेश में बने अपने शस्त्र लाइसेंस को वर्ष 2015 में नियम विरुद्ध दिल्ली के पते पर ट्रांसफर भी कराया गया था। दिल्ली पुलिस ने यूपी पुलिस की सत्यापन रिपोर्ट मिलने से पहले अब्बास का शस्त्र लाइसेंस उसके दिल्ली के पते पर पंजीकृत कर लिया था। अब्बास स्लोवेनिया से वर्ष 2016 में नियम विरुद्ध घातक असलहे खरीदकर लाया था। अब्बास वर्तमान में कासगंज जेल में बंद है और उसके विरुद्ध कुल आठ मुकदमे दर्ज हैं।
स्लोवेनिया से यह असलहे खरीदे थे
अब्बास स्लोवेनिया से 9.52 एमएम बोर की राइफल, 11.63 एमएम बोर की राइफल व 10.16 बोर की पिस्टल खरीदकर लाया था, जो प्रतिबंधित बोर के असलहे थे। इन असलहों को नियम विरुद्ध लाया गया था। इसके अलावा, अब्बास ने विदेश से लाई गई 30.06 बोर की एक राइफल दिल्ली स्थित शस्त्र की दुकान में जमा करा दी थी, जिसे जांच के दौरान एसटीएफ ने अपने कब्जे में ले लिया था।