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एलडीए के 13 कर्मचारियों, पूर्व ठेकेदार और कार चोर पर मुकदमा

लखनऊ जेएनएन। एलडीए की सरोजनी नायडू पार्क की भूमिगत पार्किंग में संदिग्ध कारों के मिलने और

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 01:02 AM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 01:02 AM (IST)
एलडीए के 13 कर्मचारियों, पूर्व ठेकेदार और कार चोर पर मुकदमा
एलडीए के 13 कर्मचारियों, पूर्व ठेकेदार और कार चोर पर मुकदमा

लखनऊ, जेएनएन। एलडीए की सरोजनी नायडू पार्क की भूमिगत पार्किंग में संदिग्ध कारों के मिलने और कार चोरी के आरोपी मोइनुद्दीन के नाम दर्ज होने के मामले में लखनऊ विकास प्राधिकरण ने शनिवार की रात हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया। इस मामले में कार चोरी के आरोपी रहे मोइनुद्दीन उसके एक साथी अकरम, पूर्व ठेकेदार मुनव्वर और एलडीए के पार्किंग में तैनात सभी 13 कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा करवाया गया है। मुकदमे में प्राधिकरण द्वारा शिकायत की गई है कि यहां छापे के बाद भी कर्मचारियों की मिलीभगत से एक मर्सडीज कार को पार्किंग से बाहर भी निकाल दिया गया है।

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दैनिक जागरण ने सबसे पहले इस बात का खुलासा किया था कि छापे के बाद पार्किंग में ऐसी छह कारें मिली हैं, जो कि कार चोरी के आरोपी मोइनुद्दीन के नाम आरटीओ में दर्ज हैं। इनमें दो ऑडी, दो बीएमडब्ल्यू और दो मर्सडीज व एक अन्य हैं। मोइनुद्दीन जून में पकड़े गए कार चोरी के एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का सदस्य भी है और जेल में बताया गया।

एलडीए की ओर से राजस्व निरीक्षक राजेश कुमार यादव ने ये मुकदमा करवाया है। तहरीर में कहा कि ये ठेका वित्तीय वर्ष 2019-20 में मुशर्रफ के नाम था। लॉकडाउन की वजह से इसको जुलाई तक बढ़ा दिया गया। ठेकेदार यहां कर्मचारियों से मिलीभगत कर के सितंबर मध्य तक वाहनों की पार्किंग वसूली करता रहा। जिसके बाद राजेश कुमार यादव ने जब यहां का हैंडओवर लिया तो पता चला कि कई गाड़ियां यहां बिना टोकन के ही खड़ी हैं। इसमें सात गाड़ियां मोइनुद्दीन उर्फ गुड्डू के नाम दर्ज हैं। वह जेल में हैं, इसलिए इन गाड़ियों को अकरम नाम का उसका साथी देख रहा है। इस बात की जानकारी उसने वरिष्ठ अधिकारियों को दी तो जांच हुई और सामने आया कि मोइनुद्दीन गाड़ियों को चुरा कर उनका चेसिस नंबर बदल कर पार्किंग में अवैध कार बाजार के जरिए उनको बेचने की कोशिश करता है।

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छापे के बाद भी एक गाड़ी निकाल ली बाहर

तहरीर में दर्ज है कि इस छापे के बाद भी कर्मचारियों और आरोपियों की मिलीभगत के जरिए एक गाड़ी नंबर यूपी 32 ईपी 7777 मर्सडीज को बाहर निकाल लिया गया है।

इस मामले में हजरतगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह को जांच की जिम्मेदारी दी गई है। आरोपियों पर 120 आपराधिक षडयंत्र, 420 ठगी और अमानत में खयानत की धारा 406 के तहत केस दर्ज किया गया।

एलडीए ने अपने सभी कर्मचारियों पर मुकदमा करवाया। इन कर्मचारियों ने किसी छोटे लालच में पड़कर बड़े अपराध में सहयोग किया है। पुलिस अब पूरे मामले की जांच करेगी।

ऋतु सुहास, संयुक्त सचिव, लविप्रा

गाड़ियों के नंबर

ये गाड़ियां मोइनुद्दीन के नाम

-यूपी-32एफएस 0143 बीएमडब्ल्यू 320डी -यूपी-32 डीयू 5100 मर्सडीज बेंज सी 250 -यूपी 32 जीबी 7501 ऑडी ए-4 35 टीडीआइ -यूपी 32 ईआर 2302 बीएमडब्ल्यू 320डीएलसी -यूपी 32 ईपी 7777 मर्सडीज बेंज सी, 220 सीडीआइ -यूपी 32 एफएस 1515 ए-4, 2.0 टीडीआइ ऑडी अधीनस्थ कर्मचारी एलडीए के ही कर्मचारी : ऋतु सुहास

पार्किंग मामले में दर्ज मुकदमा अन्य अधीनस्थ कर्मचारियों पर लिखा है, जिसमें एलडीए कर्मचारी शब्द न होने पर विवाद है। इस पर संयुक्त सचिव ऋतु सुहास का कहना है कि अधीनस्थ कर्मचारी एलडीए के ही 13 कर्मचारी हैं, किसी को नहीं बचाया जा रहा है। दो दिन कार्यालय बंद है, विभागीय कार्रवाई भी इन कर्मचारियों पर की जाएगी।


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