चार विषयों में फेल छात्र भी होंगे पास, अंतिम वर्ष में सारे बैक पेपर करने होंगे क्लीयर
छात्रों को देना होगा बैक पेपर, चार में से एक विषय पास कर जाएंगे अगली क्लास में।
लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय] । पॉलीटेक्निक की पढ़ाई कर रहे छात्र यदि नौ में से चार विषयों में फेल भी हो जाएंगे तो उन्हें अगली कक्षा में प्रवेश दे दिया जाएगा। सुनने में यह भले ही अटपटा लगे लेकिन यह सच है। फेल हुए चार विषयों में छात्रों को बैक पेपर देना होगा और फिर चार में से कम से कम एक में पास होना होगा। हालांकि, अंतिम वर्ष में छात्रों को सभी विषयों में पास होने पर ही डिप्लोमा दिया जाएगा।
प्राविधिक शिक्षा परिषद द्वारा डिप्लोमा के छात्रों को राहत देने के लिए तीन के बजाय चार विषयों में फेल को भी बैक पेपर की अनुमति देने का निर्णय लिया गया है।
दो लाख छात्र होंगे लाभान्वित
इस नियम से प्रदेश के करीब दो लाख छात्रों को राहत मिलने की संभावना है। मंशा ये है कि पॉलीटेक्निक डिप्लोमा करने वाले छात्रों की आर्थिक स्थिति खराब होती है और फेल होने पर उन्हें अवसाद से गुजरना पड़ता है। छात्रों को इस स्थिति से बचाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। हालांकि, इस निर्णय को लेकर सवाल भी उठने लगे हैं। डिप्लोमा प्राप्त विद्यार्थी जूनियर इंजीनियर के पद पर तैनात होते हैं। नौ विषयों में से छात्र चार में फेल हो गया और उसे पास कर दिया गया? ऐसे डिप्लोमाधारियों की शैक्षणिक गुणवत्ता पर भी सवाल उठना स्वाभाविक है।
प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव एसके सिंह ने बताया कि प्राविधिक शिक्षा परिषद की ओर से तीन के बजाय चार विषयों में फेल को भी बैक पेपर की श्रेणी में रखने का प्रावधान किया गया है। रही बात शैक्षणिक गुणवत्ता की तो डिप्लोमा सभी विषयों में पास होने के बाद ही दिया जाएगा।