Move to Jagran APP

केजीएमयू में 20 करोड़ फूंकने के बाद भी बंद पड़ी है बर्न यूनिट, मरीजों का इलाज ठप

केजीएमयू में 20 करोड़ फूंकने के बाद भी बंद पड़ी है बर्न यूनिट मरीजों का इलाज ठप पड़ा हुआ है। यहां स्टाफ का अभाव बताकर यूनिट का संचालन नहीं किया जा रहा है। आउट सोर्सिंग के जरिए स्टाफ की नियुक्ति कर बर्न का इलाज शुरू करने का दावा किया था।

By Rafiya NazEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 10:23 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 10:23 AM (IST)
केजीएमयू में 20 करोड़ फूंकने के बाद भी बंद पड़ी है बर्न यूनिट, मरीजों का इलाज ठप पड़ा हुआ है।

लखनऊ, जेएनएन। ठंड के दिनों में बर्न के मरीजों की तादाद बढ़ जाती है। कारण, हीटर व अलाव तापते वक्त कई बार लोग चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में इलाज के लिए वह केजीएमयू रेफर किए जाते हैं। मगर, यहां से उन्हें सिविल अस्पताल भेज दिया जाता है। कारण, 20 करोड़ खर्च करने के बावजूद नवनिर्मित बर्न यूनिट में इलाज ठप है।

loksabha election banner

केजीएमयू के प्लास्टि‍क सर्जरी विभाग में बर्न यूनिट का निर्माण किया गया है। यहां प्रदेश के सरकारी क्षेत्र में सबसे हाईटेक बर्न यूनिट बनाई गई है। झुलसे मरीजों को ऑक्सीजन थेरेपी से घाव ठीक करने के लिए महंगी मशीन लगाई गई है। वहीं शरीर की विकृति दूर करने के लिए ऑपरेशन थिएटर भी बनाए गए हैं। मगर, ढाई साल से बर्न यूनिट दिखावा बनी हुई है। यहां स्टाफ का अभाव बताकर यूनिट का संचालन नहीं किया जा रहा है। वहीं पूर्व में संस्थान प्रशासन ने आउट सोर्सिंग के जरिए स्टाफ की नियुक्ति कर बर्न का इलाज शुरू करने का दावा किया था।

60 बेड से घटकर 35 बेड हुए

बर्न यूनिट को पहले 60 बेड का बनाया जाना प्रस्तावित हुआ। वहीं अब 35 बेड की रह गई है। इसमें आठ बेड का आइसीयू है। इसके अलावा पोस्ट आइसीयू व चार ओटी हैं। यूनिट के निर्माण के लिए 11 करोड़ करीब एनटीपीसी व नौ करोड़ रुपये शासन ने जारी किए थे। इसके अलावा संस्थान के बजट के कई उपकरण मंगवाए गए।

मंजूर सैकड़ों पद डंप

कार्यपरिषद में बर्न यूनिट के लिए 12 डॉक्टरों की भर्ती की मंजूरी दी। इसके अलावा 63 नर्स व 83 तृतीय श्रेणी100 के करीब चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की मांग पर मुहर लगाई। मगर, इन सभी पदों पर भर्ती डंप है। उधर, नई भर्ती डॉक्टर की होने के बजाए विभाग से डॉक्टर कम हो गए। इसमें प्ला िस्टक सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ. एके सिंह को अटल यूनीवर्सिटी के कुलपति पद पर तैनाती दी गई है। वहीं डॉ. विजय कुमार को सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य बनाकर भेज दिया गया है।

केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि बर्न यूनिट बनकर तैयार है। इसके संचालन के लिए शीघ्र ही स्टाफ की भर्ती की जाएगी। डॉक्टर-कर्मी की तैनाती होते ही मरीजों की भर्ती यूनिट में शुरू कर दी जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.