गठबंधन के बाद प्रत्याशी तय करने में जुटी बसपा, लखनऊ से सपा तो मोहनलालगंज से लड़ेगी बसपा
बसपा अपने स्तर से प्रत्याशियों को अंतिम रूप दे रही है। लगभग दो दर्जन सीटों पर प्रत्याशी तय हो गए हैैं। ऐसी सीटों के उम्मीदवार भी नहीं तय हो पा रहे हैं जहां कई-कई दावेदार हैैं।
लखनऊ, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर समाजवादी पार्टी से गठबंधन होने के बाद बहुजन समाज पार्टी नए सिरे से लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों को तय करने में जुटी हुई है। चुनावों के लिए दो दर्जन से अधिक सीटों के प्रत्याशी तय कर दिए गए हैं, जबकि शेष सीटों के दावेदारों के संबंध मेें पार्टी सुप्रीमो मायावती लगातार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से फीडबैक ले रहीं हैं। जिनके नामों को अंतिम रूप दिया गया है वह सभी अधिसूचना होने तक बतौर लोकसभा सीट प्रभारी चुनाव की तैयारी करेंगे।
समाजवादी पार्टी से 12 जनवरी को हुए गठबंधन के अनुसार बसपा सूबे की 80 लोकसभा सीटों में से 38 पर चुनाव लड़ेगी। अभी इसकी अधिकृत तौर पर घोषणा नहीं हुई है कि किन सीटों पर बसपा और किस पर सपा या रालोद चुनाव लड़ेगी लेकिन बसपा अपने स्तर से प्रत्याशियों को अंतिम रूप दे रही है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक लगभग दो दर्जन सीटों पर प्रत्याशी तय हो गए हैैं। कुछ सीटों पर सपा की दावेदारी के कारण जहां प्रत्याशी तय नहीं हो पा रहे हैैं, वहीं ऐसी सीटों के उम्मीदवार भी नहीं तय हो पा रहे हैं जहां कई-कई दावेदार हैैं। लखनऊ सहित ज्यादातर बड़े शहरों की सीटों पर समाजवादी पार्टी लड़ेगी। प्रदेश में 17 आरक्षित सीटों में से दस से अधिक पर बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी लड़ेंगे।
लखनऊ संसदीय सीट पर समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा जबकि मोहनलालगंज संसदीय सीट से बसपा सीएल वर्मा को चुनाव लड़ाएगी। वर्मा, बसपा सरकार में मंत्री रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी के पीएस थे। बहुजन समाज पार्टी से मेरठ से हाजी याकूब कुरैैशी, गौतमबुद्धनगर से संजय भाटी, आगरा से मनोज सोनी, अकबरपुर से पूर्व विधायक रामजी शुक्ला, जौनपुर के मछली शहर से त्रिभुवन राम, गाजीपुर से अफजाल अंसारी, भदोही से पूर्वमंत्री रंगनाथ मिश्र, मिश्रिख से विजय कुमार, सहारनपुर से हाजी फजलुर्रहमान, अमरोहा से जियाउद्दीन, बिजनौर से हाजी इकबाल, फतेहपुर सीकरी से पूर्व सांसद सीमा उपाध्याय बसपा से उम्मीदवार हो सकती हैं।
इस बार प्रत्याशी चयन में उनकी आर्थिक स्थिति को भी देखा जा रहा है ताकि विरोधियों के आगे मजबूती के साथ चुनाव लड़ सकें। बसपा सुप्रीमो मायावती का नगीना सुरक्षित सीट से चुनाव लडऩा लगभग तय है। वैसे मायावती अंबेडकरनगर सामान्य सीट से भी चुनाव लडऩे पर विचार कर सकती है। पूर्व में अकबरपुर के नाम से सुरक्षित इस सीट से मायावती सांसद रह चुकी है। अगर बसपा प्रमुख यहां से चुनाव नहीं लड़ती हैं तो पूर्व सांसद राकेश पाण्डेय का यहां से टिकट तय है।
लखनऊ पहुंची मायावती
लखनऊ में 15 जनवरी को अपना 63वां जन्मदिन मनाने के बाद दिल्ली गईं बसपा सुप्रीमो मायावती सोमवार को फिर लखनऊ आ गई हैं। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक आज मायावती ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी के जोनल कोआर्डिनेटर व प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी लेकिन, सूत्रों के मुताबिक बैठक स्थगित कर दी गई है। अब लोकसभा प्रत्याशियों को लेकर मायावती बैठकें कर सकती हैं।