बसपा ने पीड़ितों को न्याय और राहत दिलाने के लिए वरिष्ठ नेताओं को सौंपी जातिवार जिम्मेदारी
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि पूरे देश का दायित्व होने के कारण उनका हर जगह जाना संभव नहीं है इसलिए प्रमुख घटनाओं में पीड़ितों से मिलने के काम वरिष्ठ नेता करेंगे।
लखनऊ, जेएनएन। जुल्म ज्यादती के शिकार लोगों को न्याय और राहत दिलाने के लिए बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) अब जनता के बीच जाएगी। इसके लिए उत्तर प्रदेश में वरिष्ठ नेताओं को उनकी जाति के अनुसार जिम्मेदारी सौंपी गई है। पार्टी ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के नियमों का पालन करते हुए शासन प्रशासन से मिलकर पीड़ितों की मदद करने के निर्देश दिए हैं।
बसपा प्रमुख मायावती ने मंगलवार को जारी विज्ञप्ति में बताया कि सामान्य वर्ग के लिए राष्ट्रीय महामंत्री सतीश मिश्रा, दलित व आदिवासी समाज के लिए गयाचरण दिनकर, पिछड़े वर्ग के लिए विधान मंडल दलनेता लालजी वर्मा व मुस्लिम समाज के लिए लखनऊ मंडल सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चार मंडलों का जिम्मा शमसुद्दीन राईनी को सौंपा गया है। इसी तरह अन्य 13 मंडलों में मुनकाद अली मुस्लिम समाज की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
धरना-प्रदर्शन की मनाही : बसपा सुप्रीमो मायावती ने वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा कि पूरे देश का दायित्व होने के कारण उनका हर जगह जाना संभव नहीं है, इसलिए प्रमुख घटनाओं में पीड़ितों से मिलने के काम वरिष्ठ नेता करेंगे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए कोई ऐसा काम नहीं किया जाए, जिससे महामारी के शिकार होने का खतरा हो। मायावती ने निर्देश दिए कि अधिक भीड़ जुटाने से बचते हुए मास्क व सैनिटाइजर आदि का प्रयोग करें और मौके पर जाते समय अपने साथ स्थानीय जिलाध्यक्ष व मुख्य सेक्टर प्रभारी को भी लेकर जाएं।