Move to Jagran APP

पर्वतारोही अरुणिमा स‍िन्‍हा का बहनोई गिरफ्तार, फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों रुपये हड़पने का मामला

अरुणिमा सिन्हा ने रविवार को बताया कि उनकी छवि खराब करने की कोशिश में आरोपितों ने विधान भवन के सामने हंगामा भी किया था।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 20 Jul 2020 07:44 AM (IST)Updated: Mon, 20 Jul 2020 11:50 AM (IST)
पर्वतारोही अरुणिमा स‍िन्‍हा का बहनोई गिरफ्तार, फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों रुपये हड़पने का मामला
पर्वतारोही अरुणिमा स‍िन्‍हा का बहनोई गिरफ्तार, फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों रुपये हड़पने का मामला

लखनऊ, जेएनएन। पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा का फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों रुपये हड़पने के आरोपित उनके बहनोई ओमप्रकाश त्रिपाठी को सरोजनीनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। सैनिक सोसायटी सरोजनीनगर निवासी अरुणिमा सिन्हा के मुताबिक 13 अगस्त 2014 को उन्होंने अरुणिमा फाउंडेशन नाम से ट्रस्ट बनाया था। अरुणिमा ट्रस्ट की संस्थापक, मैनेज‍िंंग ट्रस्टी और महासचिव हैं।

loksabha election banner

उनकी बहन लक्ष्मी स‍िंंह के पति गोरखपुर के बांसगांव कसिहार निवासी ओमप्रकाश त्रिपाठी को ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया था। यही नहीं, ओमप्रकाश के करीबी बंथरा निवासी जगदेव को उपाध्यक्ष बनाया था। ट्रस्ट में लक्ष्मी और उनके भाई राहुल कुमार सिन्हा भी थे। आरोप है कि ओमप्रकाश ने करीब 24 लाख 50 हजार, लक्ष्मी ने 17 लाख, राहुल ने 41 लाख 50 हजार और जगदेव ने 14 लाख रुपये ऋण के तौर पर लिए लेकिन जब रुपये मांगे तो टालमटोल शुरू कर दिया।

ट्रांजैक्शन रोका गया

आरोपितों पर दर्ज एफआइआर में अरुणिमा ने ट्रस्ट के खाते से ट्रांजेक्शन पर रोक लगा दी। इसके बाद वह देश से बाहर पर्वतारोहण करने चली गईं। सरोजनीनगर पुलिस ने बताया कि बैंककर्मियों की भूमिका की पड़ताल की जा रही है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर किया जाएगा। अरुणिमा सिन्हा ने रविवार को बताया कि उनकी छवि खराब करने की कोशिश में आरोपितों ने विधान भवन के सामने हंगामा भी किया था।

अपने ही खाते से फर्जीवाड़ा कर धन राशि हड़पने का आरोपित गिरफ्तार

अपने ही खाते से फर्जीवाड़ा कर चेक के माध्यम से छह लाख, पांच हज़ार रुपये निकालने और फिर अज्ञात द्वारा फर्जी तरीके से हस्ताक्षर कर चेक से धन राशि हड़पने का आरोप लगाकर शिकायत करने वाले अभियुक्त को उसके दो साथी समेत मानक नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक विपिन जैन ने मुकदमा दर्ज कराया था कि खाताधारक प्रेम सागर निवासी पिपरी ढकवा, थाना मोहम्मदपुर, जिला बाराबंकी द्वारा अपने ही खाते से धोखाधड़ी कर चेक के माध्यम से छह लाख पांच हज़ार रुपये विभिन्न जगहों से निकाल लिए गए। बाद में सुनियोजित तरीके से बैंकिंग लोकपाल को शिकायत दर्ज कराई। ताकि उसे दोबारा पैसे मिल जाएं। इस कार्य में राकेश जायसवाल निवासी अमन विहार, थाना ठाकुरगंज, लखनऊ व राजेंद्र कुमार निवासी बाजारखाला की संलिप्तता भी पाई गई। थाना प्रभारी योगेंद्र प्रसाद ने बताया कि पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। अब उन्हें पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.