विधान परिषद में भाजपा के लक्ष्मण प्रसाद आचार्य बोले- योगी आदित्यनाथ सरकार में भेदभाव के बिना सभी धर्मों का सम्मान
विधान परिषद में राज्यपाल के अभिभाषण पर भाजपा के लक्ष्मण प्रसाद ने कहा कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में भेदभाव के बिना सभी धर्मों का सम्मान है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि मोदी और योगी सरकार में ही काशी विश्वनाथ धाम का कायाकल्प संभव हुआ।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो । विधान परिषद में राज्यपाल के अभिभाषण पर मंगलवार को धन्यवाद प्रकट करते हुए भाजपा के लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने कहा कि हमारी सरकार किसी के साथ भेदभाव नहीं करती है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की नीति अपनाने वाली हमारी सरकार है।
सरकार सभी धर्मों का पूरा सम्मान करती है। गरीब एवं दलित वर्गों का कल्याण करने के साथ ही सरकार का जोर पर्यटन एवं रोजगार को बढ़ावा देना है। भोजनावकाश के बाद परिषद में अधिष्ठाता सुरेश कुमार त्रिपाठी के सभापतित्व में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू करते हुए आचार्य ने कहा कि काशी, मथुरा, अयोध्या जैसे धार्मिक स्थलों को संवारा जा रहा है।
काशी विश्वनाथ धाम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी और योगी सरकार में ही ऐसे काम संभव थे। नेता प्रतिपक्ष सहित सभी सदस्यों से कहा कि काशी में दर्शन जरूर करिए। आंकड़े पेश करते हुए कहा कि अपराध घटे हैं। प्रस्ताव का समर्थन करते हुए शतरुद्र प्रकाश ने कहा कि काशी विश्वनाथ हम सब के लिए वरदान है।
यह पौराणिक सांस्कृतिक इतिहास भारतीय संस्कृति का आधार है। वहां जो काम हुआ है वह कल्पना से परे है। उन्होंने कहा कि सरकार ने लोकतंत्र सेनानियों की पेंशन 20 हजार रुपये की है। शतरुद्र ने कहा कि योगी सरकार बुलडोजर के जरिए संगठित अपराध पर अंकुश लगाकर बेहतर माहौल देने में सफल रही है।
धर्म स्थलों से लाउड स्पीकरों के हटाए जाने की सराहना करते हुए कहा कि हम सब सौभाग्यशाली हैं कि आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। नेता विरोधी दल संजय लाठर ने धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान तमाम खामियां गिनाते हुए 77 संशोधनों की बात कही। अधिष्ठाता ने चर्चा को जारी रखते हुए शाम पांच बजे सदन की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
परिषद में पेश किए गए चार अध्यादेश : बजट सत्र के दूसरे दिन विधान परिषद में कुल चार अध्यादेश पेश किए गए। सदन में रखे गए अध्यादेश में भातखण्डे राज्य संस्कृति विश्वविद्यालय अध्यादेश, उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय (संशोधन) अध्यादेश, उत्तर प्रदेश औद्योगिक क्षेत्र विकास (संशोधन) अध्यादेश और उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय अध्यादेश हैं।