लखनऊ के हजरतगंज में भाजपा के पूर्व विधायक के पुत्र की हत्या
सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज विधान सभा से भाजपा से विधायक रहे प्रेम प्रकाश उर्फ जिप्पी तिवारी के ग्राम प्रधान बेटे वैभव तिवारी (30) की कल रात हजरतगंज में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
लखनऊ (जेएनएन)। मुख्यमंत्री आवास से चंद कदम की दूरी पर कल देर रात लखनऊ का दिल कहे जाने वाले हजरतगंज में भारतीय जनता पार्टी से विधायक रहे प्रेम प्रकाश तिवारी उर्फ जिप्पी तिवारी से पुत्र की हत्या कर दी गई। पूर्व विधायक के 30 वर्षीय पुत्र वैभव तिवारी (30 वर्ष) ग्राम प्रधान भी थे।
सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज विधान सभा से भाजपा से विधायक रहे प्रेम प्रकाश उर्फ जिप्पी तिवारी के ग्राम प्रधान बेटे वैभव तिवारी (30) की कल रात हजरतगंज में गोली मारकर हत्या कर दी गई। वैभव को उसके एक दोस्त ने फोन कर बुलाया था। एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक कसमंडा हाउस के गेट के बाहर ही परिचित ने हजरतगंज के हिस्ट्रीशीटर संग मिलकर वैभव के सीने में गोली मार दी।
मूलरूप से रमवापुर जगतराम, डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर निवासी जिप्पी तिवारी तीन बार विधायक रह चुके हैं। उनका इकलौता बेटा वैभव रमवापुर जगतराम गांव का प्रधान था। वर्तमान में उनका परिवार कसमंडा हाउस के तृतीय तल स्थित फ्लैट नंबर 322 में रहता है। जिप्पी तिवारी के मुताबिक रात करीब दस बजे उन्हें वैभव के दोस्त आदित्य ने फोन कर नीचे बुलाया। वह जब नीचे उतरे तो वैभव गेट के बाहर अचेत पड़ा मिला।
जिसे लोहिया अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसएसपी के अनुसार आदित्य ने बताया है कि वैभव को उसके दोस्त अजरुनगंज निवासी सूरज शुक्ला ने फोन कर बुलाया। नीचे सूरज और वैभव में किसी बात पर कहासुनी हो गई। इस पर सूरज ने वैभव को गोली मार दी। सूरज के साथ पार्क रोड निवासी हिस्ट्रीशीटर विक्रम भी था।
भाजपा के विधायक रहे जिप्पी तिवारी ने विक्रम सिंह व सुरज शुक्ला पर हत्या का आरोप लगाया है। यह दोनों उनके पुत्र वैभव के पुराने परिचित हैं। पूर्व विधायक के पुत्र की हत्या के मामले में एसएसपी लखनऊ ने चार टीमें गठित कर हत्यारों की गिरफ्तारी का प्रयास शुरू कर दिया है। लखनऊ से लेकर सिद्धार्थनगर तक पुलिस की दबिश जारी है।पुलिस ने सूरज शुक्ला के पिता तथा चाचा को हिरासत में लिया है।
एसएसपी का कहना है कि घटना का चश्मदीद आदित्य है। आदित्य ने बताया है कि वैभव को उसके दोस्त अर्जुनगंज निवासी सूरज शुक्ला ने फोन कर बाहर बुलाया था। सूरज के साथ पार्क रोड निवासी हजरतगंज का हिस्ट्रीशीटर विक्रम भी मौजूद था। इस दौरान सूरज व वैभव में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। इसके बाद सूरज ने वैभव को गोली मार दी।
लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास तथा विधान भवन से चंद कदमों की दूरी पर बैखौफ बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया।